Fatty Liver: फैटी लीवर और डायबिटीज दोनों को ही एक दूसरे का दुश्मन कहे तो गलत नहीं है। Diabetes और Fatty Liver में रोटी ना खाने की सलाह दी जाती है। इस सबसे हटके सिर्फ रोटी को ना खाना उपाय नहीं है। शुगर होने की वजह से लिवर मरीज के लिए नुकसानदायक है लेकिन आप डॉक्टर से जरूर संम्पर्क करें। AIMMS की न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर प्रियंका सेहरावत ने एक वीडियो को शेयर करते हुए फैटी लीवर के रिस्क फैक्टर के बारे में बात करती हुई नजर आई। इस दौरान उन्होंने कुछ ऐसा कहा जो आपके स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।
Fatty Liver से हटके Diabetes के लिए नुकसानदायक हो सकता रोटी
वीडियो में Doctor Priyanka Sehrawat कहती है कि फैटी लीवर के मरीजों को रोटी ना खाने की मनाही है। नॉर्थ इंडिया में रोटी को सबसे ज्यादा खाया जाता है और रोटी में जितना शुगर यानी कार्बोहाइड्रेट होता है उससे ज्यादा चावल में होता है। डॉक्टर कहती है कि अगर हम रोटी और चावल डाइट में नहीं लेंगे तो क्या करेंगे। डॉक्टर प्रियंका रोटी से हटके Fatty Liver के रिस्क फैक्टर को बताती हुई नजर आई और ऐसे में उन्होंने 5 रिस्क फैक्टर बताएं जिसमें डायबिटीज भी है।
Diabetes से परे जानिए Fatty Liver के प्रकार
डॉ प्रियंका कहती हैं कि सिर्फ अल्कोहलिक फैटी लीवर डिजीज नहीं होते हैं बल्कि नॉन अल्कोहलिक फैटी लीवर डिजीज भी होते हैं। एल्कोहल पीने वालों को अल्कोहलिक फैटी लीवर की समस्या देखने को मिलता है लेकिन नॉन अल्कोहलिक Fatty Liver का खतरा उन लोगों को ज्यादा होता है जो डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं।
Diabetes के अलावा क्या होते हैं Fatty Liver के रिस्क फैक्टर
शराब का सेवन है Fatty Liver में मुख्य वजह
शराब का सेवन भी फैटी लीवर की समस्या में सबसे ज्यादा रिस्क फैक्टर के तौर पर देखा जाता है और ऐसे में आप अपनी आदत को सुधार कर इससे निजात पा सकते हैं।
Fatty Liver में डायबीटीज का खतरा
डायबिटीज को कम करने के लिए आप अपनी लाइफस्टाइल में कुछ सुधार कर सकते हैं क्योंकि Diabetes कहीं ना कहीं मोटापा की वजह बनती है और यह आपके Fatty Liver के खतरे को बढ़ाता है।
हाई ब्लड प्रेशर को भी Fatty Liver में करें कंट्रोल
फैटी लीवर के रिस्क फैक्टर में हाई ब्लड प्रेशर का नाम भी है। ऐसे में आप अपनी दिनचर्या को ठीक कर सकते हैं और इसके साथ ही इस बात का खास ख्याल रखें कि सिडेंटरी लाइफस्टाइल हाई ब्लड प्रेशर के खतरे को बढ़ाने मे रिस्क फैक्टर है।
फैटी लीवर में मोटापा है जानलेवा
कहीं ना कहीं Fatty Liver को सबसे ज्यादा ट्रिगर करता है और ऐसे में इस बात का खास ख्याल रखें कि आप फैटी लीवर को कंट्रोल करने के लिए वजन को कंट्रोल में रखें।
हाई ट्राइग्लिसराइड्स भी है फैटी लीवर में रिस्क फैक्टर
हाई ट्राइग्लिसराइड में Fatty Liver की एक मुख्य वजह बन सकती है। ऐसे में आप एक्सरसाइज करना ना भूले। कम से कम 30 मिनट का व्यायाम आपके लिए जरूरी है ताकि दिल का दौरा और स्टॉक का खतरा कम हो सके। जहां तक हो सके इसे कंट्रोल में करने के लिए चीनी और शराब का सेवन कम से कम करें।