Shatavari Benefits: आयुष मंत्रालय ने शतावरी, एक शक्तिशाली औषधीय पौधे के स्वास्थ्य लाभों को बढ़ावा देने के लिए एक नया अभियान शुरू किया है। आंवला, मोरिंगा, गिलोय और अश्वगंधा के लिए पहले चलाए गए सफल अभियानों के बाद, अब सरकार Shatavari पर ध्यान केंद्रित कर रही है, खासकर महिलाओं के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए।
आयुष मंत्रालय का शतावरी अभियान
गुरुवार को आयुष मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रतापराव जाधव ने “शतावरी – बेहतर स्वास्थ्य के लिए” नामक इस अभियान की शुरुआत की। लॉन्चिंग के दौरान, जाधव ने Shatavari के महत्व को उजागर किया और इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक भारत के विकास के लिए निर्धारित “पंच प्रण लक्ष्य” से जोड़ा।
उन्होंने बताया कि शतावरी अपने औषधीय गुणों के लिए जानी जाती है, खासकर महिलाओं के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में। इस पहल का उद्देश्य Shatavari के लाभों के बारे में जागरूकता फैलाना और इसके व्यापक उपयोग को बढ़ावा देना है।
Shatavari Benefits में जानें क्या होते हैं फायदे
राष्ट्रीय औषधीय पादप बोर्ड (NMPB) इस अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। वर्षों से, आयुष मंत्रालय औषधीय पौधों के उपयोग को लोकप्रिय बनाने के लिए काम कर रहा है, और यह अभियान उसी दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम है।
एनएमपीबी के सीईओ डॉ. महेश कुमार दाधीच के अनुसार, शतावरी बेनिफिट्स विशेष रूप से महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य, हार्मोनल संतुलन और संपूर्ण रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए लाभदायक है। उन्होंने इसके आर्थिक महत्व को भी उजागर किया, क्योंकि इसे औषधीय और व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए उगाया जा सकता है।
हार्मोनल संतुलन, स्वस्थ मासिक धर्म चक्र और प्रजनन क्षमता को समर्थन देने के अलावा, Shatavari पाचन तंत्र के लिए भी फायदेमंद है। यह अल्सर और एसिडिटी को दूर करने में मदद करती है। यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने, तनाव को प्रबंधित करने और सूजन को कम करने में भी सहायक है। इसके अतिरिक्त, यह स्तनपान कराने वाली महिलाओं में दूध उत्पादन को बढ़ा सकती है और गंभीर गैस्ट्रिक अल्सर से लड़ने में भी सहायक हो सकती है। यह बहुउपयोगी जड़ी-बूटी महिलाओं के संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए व्यापक समर्थन प्रदान करती है।
शतावरी जागरूकता के लिए सरकारी समर्थन
इस अभियान की सफलता को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने पात्र संगठनों को 18.9 लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की है। यह सहायता Shatavari के लाभों को प्रचारित करने और इसे स्वास्थ्य क्षेत्र में अपनाने के प्रयासों को प्रोत्साहित करेगी।
स्वस्थ भारत की ओर एक कदम
इस नई पहल के साथ, आयुष मंत्रालय समग्र स्वास्थ्य और कल्याण की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। शतावरी बेनिफिट्स के उपयोग को बढ़ावा देकर, सरकार प्राकृतिक उपचारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और एक स्वस्थ भविष्य की दिशा में आगे बढ़ने का लक्ष्य रख रही है।