CM Chandrababu Naidu: आंध्र प्रदेश रूपी सपाट पिच पर सीएम चंद्रबाबू नायडू खुलकर बल्लेबाजी कर रहे हैं। सीएम नायडू के निशाने पर कभी जगन मोहन रेड्डी रहते हैं, तो कभी कांग्रेस। हालांकि, इस बार सीएम चंद्रबाबू नायडू ने प्रतिद्वंदी बदला है। चंद्रबाबू नायडू ने ऐलान किया है कि तिरुमला मंदिर में केवल हिंदू धर्म के लोगों को ही नौकरी दी जाएगी। यदि गैर हिंदू वहां कार्यरत हैं तो उन्हें अन्य स्थानों पर स्थानांतरित किया जाएगा। CM Chandrababu Naidu का ये अंदाज सियासी गलियारों में सुर्खियों का विषय बन गया है। आम तौर पर हिंदू-गैर हिंदू का मामला सामने आने पर BJP ज़हन में आती है। हालांकि, यहां TDP वो राह पकड़ती नजर आ रही है और सुर्खियां बटोर रही है।
तिरुमाला मंदिर में कार्यरत गैर हिंदुओं को लेकर CM Chandrababu Naidu का बड़ा ऐलान!
समाचार एजेंसी एएनआई की एक वीडियो रिपोर्ट के मुताबिक सीएम चंद्रबाबू नायडू ने तिरुमाला मंदिर में कार्यरत गैर हिंदुओं को लेकर बड़ा बयान दिया है। सीएम नायडू ने कहा है कि “तिरुमाला मंदिर में केवल हिंदुओं को ही काम पर रखा जाना चाहिए। अगर अन्य धर्मों के लोग वर्तमान में वहां काम कर रहे हैं, तो उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाए बिना उन्हें अन्य स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया जाएगा।” CM Chandrababu Naidu ने आगे कहा कि “हमने भारत भर में हर राज्य की राजधानी में वेंकटेश्वर मंदिर बनाने का संकल्प लिया है। इसे हासिल करने के लिए हम सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र भेजेंगे। इसके अलावा, हम दुनिया भर के उन क्षेत्रों में वेंकटेश्वर मंदिर स्थापित करेंगे जहां हिंदू आबादी अच्छी खासी है।”
साथ की सीएम नायडू ने ये भी स्पष्ट किया है कि “इस क्षेत्र से सटे मुमताज होटल के लिए पहले अनुमति दी गई थी। हालांकि, सरकार ने अब होटल के लिए मंजूरी रद्द करने का फैसला किया है, जिसे 35.32 एकड़ जमीन पर बनाने की योजना थी। तिरुमाला की सात पहाड़ियों के पास कोई व्यवसायिक गतिविधि नहीं होनी चाहिए।”
सीएम चंद्रबाबू नायडू के फैसले पर छिड़ी सियासी जंग
आप सांसद संजय सिंह ने आंध्र सीएम के फैसले को समझ से परे बताया है। उनका कहना है कि “एक तरफ आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू कहते हैं कि मुसलमानों को 4 प्रतिशत आरक्षण दिया जाना चाहिए। ज़्यादातर हिंदू ही मंदिरों में पूजा-अर्चना करने जाते हैं। मुझे समझ नहीं आता कि उन्होंने अलग से यह बयान क्यों दिया है।” जगन मोहन रेड्डी की वाईएसआर कांग्रेस के कई नेताओं ने भी CM Chandrababu Naidu के फैसले पर आपत्ति जताई है और इसका विरोध किया है।