Bihar Politics: चुनावी शंखनाद तो हो चुका है, बस इंतजार है आधिकारिक ऐलान का। यहां बात बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव के संदर्भ में हो रही है। बिहार पॉलिटिक्स में सितंबर-अक्टूबर 2025 में होने वाली विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हैं। इस दौर में कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार और सांसद पप्पू यादव की सक्रियता बढ़ गई है। सियासी टिप्पणीकारों का दावा है कि Congress बार्गेनिंग पॉलिटिक्स के लिए जमीन पर अपने कैडर को उतार RJD खेमे तक संकेट पहुंचाना चाहती है। कांग्रेस की कोशिश है कि 243 सीट वाले बिहार में कम से कम 70 सीटों पर चुनाव लड़ा जाए।
हालांकि, RJD खेमा अबकी पार सबक लेकर 50 से ज्यादा सीट पर राजी नहीं है। फिलहाल, Bihar Politics में जद्दोजहद जारी है और पप्पू यादव, कन्हैया कुमार की सक्रियता कई संभावनाओं को जन्म दे रही है। इसी बीच आज दिल्ली में तेजस्वी यादव और मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच बैठक हुई है। तो आइए हम आपको सभी राजनीतिक समीकरणों के बारे में विस्तार से बताते हैं, ताकि जानकारी हासिल करने में मदद मिल सके।
Bihar Politics क्या Kanhaiya Kumar, Pappu Yadav का बोलबाला RJD-Congress गठबंधन के बीच बन रहा रोड़ा?
उत्तर भारत के प्रमुख सियासी राज्य बिहार का समीकरण तेजी से बदला है। जो कन्हैया कुमार कल तक दिल्ली की राजनीति में थे, आज वो बिहार हैं। पप्पू यादव भी सांसद बनने के बाद सक्रिय होते हुए तेजस्वी को निशाना बना रहे हैं। ये बातें बिहार पॉलिटिक्स में कई संभावनाओं को जन्म दे रही हैं। सवाल उठ रहे हैं कि क्या कन्हैया कुमार या पप्पू यादव का बोलबाला RJD-Congress के गठबंधन के बीच रोड़ा बन रहा है? बता दें कि ऐसी बातें महज़ चर्चा का विषय भर हैं। स्थानीय स्तर पर नेताओं के बीच विचारों की भिन्नता समान है। जहां तक बात है गठबंधन होने की, तो अंतिम मोहर दिल्ली से ही लगनी है। कांग्रेस आलाकमान दिल्ली से जो फैसला लेगा, कार्यकर्ताओं को उसकी मान रखनी होगा फिर चाहें कन्हैया कुमार हों या पप्पू यादव। ऐसे में इन दो नेताओं को गठबंधन के बीच रोड़ा मानना जायज़ नहीं होगा।
बिहार पॉलिटिक्स में छिड़ी चर्चा के बीच Tejashwi Yadav के दिल्ली दौरे पर टिकी नजरें!
पशुपति पारस के हवाले से तेजस्वी यादव के दिल्ली दौरे का इनपुट भी आ गया है। सीट शेयरिंग व Bihar Politics में रणनीतियों के लिए कांग्रेस आलाकमान से चर्चा करने दिल्ली पहुंचे तेजस्वी यादव की मुलाकात मल्लिकार्जुन खड़गे से हुई है।
पूर्व मंत्री पशुपति पारस ने कहा है कि “तेजस्वी यादव और मल्लिकार्जुन खड़गे के बीच हुई बैठक काफी सफल रही। हमारी राय है कि इस महीने के अंत तक इंडिया गठबंधन के लोगों को बुलाया जाए और एक योजना के तहत वे पूरे 38 जिलों में एकजुट होकर लोगों के बीच जाएं और अपनी बात रखें। अगस्त तक हमारी पार्टी की योजना बिहार के जिलों में जाकर संगठन को मजबूत करने और समर्थकों की समस्याओं का समाधान करने की है। निश्चित रूप से एनडीए गठबंधन को हराने के लिए इंडिया गठबंधन को मजबूत करना होगा और सभी छोटी पार्टियों को साथ लाना होगा। बिहार में लोग बदलाव के मूड में हैं।” ऐसे में ये संकेत मिल गए हैं कि Tejashwi Yadav और कांग्रेस आलाकमान की मुलाकात हो गई है। अब देखना दिलचस्प होगा कि इस बैठक का हासिल क्या होता है।