Google Gemini: गूगल जेमिनी एआई टूल में नया वर्जन धूम मचाने आ गया है। जी हां, गूगल के मेगा इवेंट 2025 से पहले जेमिनी में 2.5 प्रो वेरिएंट को लॉन्च कर दिया गया है। गूगल जेमिनी के नए वर्जन में पहले के मुकाबले कोडिंग क्षमताओं को बेहतर किया गया है। गूगल ने बताया है कि गूगल जेमिनी 2.5 प्रो वेरिएंट को लार्ज लैंग्वेज मॉडल पर तैयार किया गया है। गूगल ने दावा किया है कि इस नए वेरिएंट से यूजर इंटरफेस काफी आसान और सुविधाजनक हो जाएगा। जेमिनी का नया वेरिएंट YouTube कंटेंट क्रिएटर्स के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। ऐसे में अगर आप यूट्यूब पर क्रिएटर हैं, तो आपके लिए नया अपडेट लाभदायक रह सकता है।
Google Gemini के 2.5 प्रो वेरिएंट से YouTube कंटेंट क्रिएटर्स को होगा बड़ा फायदा
दिग्गज टेक कंपनी गूगल ने बड़ा दावा किया है कि जेमिनी 2.5 प्रो वेरिएंट में यूजर्स को कोड ट्रांसफॉर्मेंशन, कोड एडिटिंग और कठिन कोड एजेंटिक करने में आसानी होगी। ऐसे में YouTube कंटेंट क्रिएटर्स को इससे सीधा फायदा मिल सकता है। बता दें कि गूगल जेमिनी 2.5 प्रो वेरिएंट में एक नया वीडियो टू कोड फीचर भी जोड़ा गया है। इस सुविधा की वजह से यह एआई टूल वीडियो को समझ सकता है। अगर आप यूट्यूब वीडियो के आधार पर इंटरैक्टिव वेब ऐप बनाते हैं, तो नया वर्जन आपके लिए कमाई करने का बड़ा जरिया बन सकता है। मालूम हो कि वर्तमान में यह फीचर सिर्फ गूगल एआई स्टूडियो में मिलता है।
गूगल जेमिनी के नए वेरिएंट से यूट्यूब कंटेंट क्रिएटर्स की हो सकती है तगड़ी कमाई
अगर आप YouTube चैनल चलाते है और Google Gemini के 2.5 Pro वेरिएंट से फायदा उठाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको गूगल जेमिनी 2.5 प्रो वर्जन का इस्तेमाल करना होगा। यूट्यूब कंटेंट क्रिएटर्स गूगल जेमिनी के नए वर्जन के जरिए किसी वीडियो को आसानी से ट्रांसक्राइब और ट्रांसलेट कर सकते हैं। इस नई दमदार सुविधा का लाभ लेकर कंटेंट क्रिएटर्स किसी भी वीडियो का खास हिस्सा आसानी से देख सकते हैं।
ऐसे में माना जा रहा है कि जहां एक ओर कंटेंट क्रिएटर्स का टाइम बच सकता है। वहीं, दूसरी ओर, कंटेंट क्रिएटर्स किसी भी वीडियो से किसी छोटे भाग को लेने के लिए कोडिंग का इस्तेमाल कर पाएंगे। इसके साथ ही कंटेंट क्रिएटर्स वीडियो को एक-एक मिनट करके भी ट्रांसक्राइब कर सकेंगे। इससे क्रिएटर्स किसी भी नई वीडियो का निर्माण कम समय में कर पाएंगे। क्रिएटर्स इस फीचर के जरिए एक दिन में अधिक वीडियो बना सकेंगे। ऐसे में माना जा रहा है कि इससे यूट्यूब कंटेंट क्रिएटर्स पहले से ज्यादा कमाई कर सकते हैं।