Microsoft: इंडिया का पड़ोसी देश Pakistan लंबे अरसे से आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। दुनियाभर में पाकिस्तान अपनी वित्तीय स्थिति ठीक करने के लिए मदद मांगता रहता है। ऐसे में पाकिस्तान को वर्ल्ड की एक बड़ी टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने झटका दे दिया है। दरअसल, माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान में अपने 25 सालों के सफर पर विराम लगाते हुए कारोबार को बंद करने का निर्णय लिया है। माइक्रोसॉफ्ट के इस कदम से पाकिस्तान को और आर्थिक नुकसान होने की संभावना है।
Microsoft ने पाकिस्तान के कई मसलों से परेशान होकर बंद किया कारोबार?
कई रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान में बढ़ते आतंकवाद, बलूचिस्तान-सिंध समेत कई अंदरुनी मसलों से परेशान होकर Pakistan में मौजूद अपने दफ्तर को बंद करने का ऐलान किया है। मालूम हो कि भारत के ऑपरेशन सिंदूर से पहले ही पाकिस्तान के बलूचिस्तान में ट्रेन का हाईजैक हो गया था। इस घटना पर पाकिस्तान को दुनियाभर से बुरा-भला सुनना पड़ा था। साथ ही बलूचिस्तान में लंबे टाइम से अलग देश की मांग भी जोरो से उठ रही है। वहीं, बीते कुछ समय से सिंध प्रांत में भी पाकिस्तान के खिलाफ आवाज उठनी शुरू हुई है। इसके अलावा पाकिस्तान शासन में भी कई अंदरुनी मसले उभरकर आ चुके हैं।
Microsoft के कार्यकारी अधिकारी ने दी जानकारी
बता दें कि जून 2000 में Pakistan में जिस शख्स ने माइक्रोसॉफ्ट को स्थापित किया था, उसी ने अब पाकिस्तान से माइक्रोसॉफ्ट का कारोबार बंद करने की जानकारी दी है। पाकिस्तान में माइक्रोसॉफ्ट के कार्यकारी अधिकारी जव्वाद रहमान ने अपनी लिंक्डिन पोस्ट के जरिए इसकी घोषणा की है। मगर इस मसले पर अभी तक माइक्रोसॉफ्ट की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

हालांकि, कई रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि पाकिस्तान में लगातार राजनीतिक और आर्थिक स्थिति को देखते हुए माइक्रोसॉफ्ट ने यह बड़ा कदम लिया है। पाकिस्तान के शासन में लगातार बदलाव, भारी टैक्स, करेंसी में उतार-चढ़ाव और टेक्नोलॉजी इम्पोर्ट करने में आने वाली कई परेशानियों की वजह से माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान में अपना ऑफिस बंद करने का निर्णय लिया है। वहीं, पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. आरिफ अल्वी ने माइक्रोसॉफ्ट के पाकिस्तान छोड़कर जाने पर चिंता व्यक्त की है।
माइक्रोसॉफ्ट के पाकिस्तान छोड़ने से इंडिया को मिल सकता है लाभ
उधर, कई रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि Pakistan से कारोबार बंद करने के बाद Microsoft अपने व्यापार को इंडिया में शिफ्ट कर सकती है। ऐसा होने से इंडिया के IT सेक्टर में लोगों को रोजगार के नए अवसर मिल सकते हैं। साथ ही टेक्नोलॉजी में भी काफी कुछ नया मिल सकता है। हालांकि, रिपोर्ट्स के मुताबिक, माइक्रोसॉफ्ट ने पाकिस्तान में अपना कारोबार बंद करने पर कहा है कि हम अपने ऑपरेटिंग मॉडल में बदलाव करने की योजना बना रहे हैं। इस फैसले से पाकिस्तान में हमारे ग्राहकों और सर्विस पर किसी तरह का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।