रविवार, नवम्बर 9, 2025
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OpenAI: ‘सुपरइंटेलिजेंस’ सब कुछ बदल सकता है, चैटजीपीटी बनाने वाली कंपनी ने विनाशकारी जोखिमों के बारे में चेतावनी दी; जानें पूरी खबर

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OpenAI: भारत सहित दुनियाभर में एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस सिर्फ एक क्षेत्र तक नहीं, बल्कि बड़े स्तर पर अपना दायरा बना चुका है। एआई आज स्मार्टफोन से लेकर हेल्थकेयर और भविष्य की एजुकेशन में अपनी पकड़ बना रहा है। आने वाले कुछ सालों में एजीआई यानी आर्टिफिशियल जनरल इंटेलीजेंस की झलक नजर आ सकती है। इसे कुछ टेक एक्सपर्ट सुपरइंटेलिजेंट नाम भी दे रहे हैं। सुपरइंटेलिजेंट जितना फास्ट और बड़ी से बड़ी परेशानियों को मिनटों में हल करने वाला होगा, उतना ही यह लोगों के लिए विनाशकारी भी साबित हो सकता है। ओपनएआई ने ‘सुपरइंटेलिजेंस’ के बेकाबू होने के खिलाफ चेतावनी दी है।

OpenAI ने कहा- ‘सुपरइंटेलिजेंस सब कुछ बदल सकता है, मगर..’

‘The Indian Express’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, चैटजीपीटी बनाने वाली दिग्गज टेक कंपनी ओपनएआई ने कहा कि सुपरइंटेलिजेंस’ सब कुछ बदल सकता है और इससे कई फायदे भी होंगे। लेकिन इससे कई जोखिम भी होंगे, जो संभावित रूप से विनाशकारी हो सकते हैं। ओपनएआई ने सुपरइंटेलिजेंस के बेकाबू होने के खिलाफ चेतावनी दी है। वहीं, माइक्रोसॉफ्ट, मेटा समेत कई विरोधी बढ़ती सुरक्षा चिंताओं के बावजूद महत्वाकांक्षी एआई योजनाओं के साथ आगे बढ़ रहे हैं।

ओपनएआई ने सुपरइंटेलिजेंस के आने से पहले दिया यह खास सुझाव

फेमस एआई चैटबॉट मेकर ओपनएआई ने सुपरइंटेलिजेंस से होने वाले नुकसानों को कम करने के लिए सेफ्टी और अलाइनमेंट पर रिसर्च करने का सुझाव दिया। रिपोर्ट में बताया गया है कि पूरी एआई इंडस्ट्री को इन सिस्टम्स को और अधिक ध्यान से स्टडी करने के लिए डेवलपमेंट धीमा कर देना चाहिए।

ओपनएआई ने अपनी एक ब्लॉग पोस्ट में कहा, “जाहिर है, कोई भी सुपरइंटेलिजेंट सिस्टम को तब तक डिप्लॉय नहीं करेगा, जब तक उन्हें मजबूती से अलाइन और कंट्रोल न किया जा सके, और इसके लिए अधिक टेक्निकल काम करने की जरूरत है।”

एआई सिस्टम इंसानों से बेहतर काम कर सकते हैं-ओपनएआई

ओपनएआई के मुताबिक, एआई सिस्टम में लगातार सीखना जल्द ही मुमकिन हो सकता है। लगातार सीखना, एजीआई यानी आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस के रास्ते में सबसे बड़ी रुकावट के तौर पर बार-बार पहचाना गया है। एजीआई का एक काल्पनिक लेवल है, जहां एआई सिस्टम इंसानों से बेहतर काम कर सकते हैं।

ओपनएआई ने कहा है कि उसे उम्मीद नहीं है कि आम एआई रेगुलेशन सुपरइंटेलिजेंट एआई सिस्टम से होने वाले संभावित नुकसान को ठीक कर पाएगा। ऐसे में भविष्य के एआई को लाने से पहले मल्टीपल एजेंसियों और देशों को साथ मिलकर काम करना होगा।

Amit Mahajan
Amit Mahajanhttps://www.dnpindiahindi.in
अमित महाजन DNP India Hindi में कंटेंट राइटर की पोस्ट पर काम कर रहे हैं.अमित ने सिंघानिया विश्वविद्यालय से जर्नलिज्म में डिप्लोमा किया है. DNP India Hindi में वह राजनीति, बिजनेस, ऑटो और टेक बीट पर काफी समय से लिख रहे हैं. वह 3 सालों से कंटेंट की फील्ड में काम कर रहे हैं.

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