Nizamuddin Viral Video: फिल्मी सीन की तरह सोशल मीडिया पर एक क्लिप खासा सुर्खियों में है। इस क्लिप में कथित रूप से आईआरसीटीसी स्टॉफ एक-दूसरे पर बेल्ट, डस्बिन और लात-घूसे से हमला कर रहे हैं। पूरा मामला दिल्ली के निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन का बताया जा रहा है। दावों के मुताबिक वंदे भारत ट्रेन में सेवारत आईआरसीटीसी कर्मचारियों के बीच किसी बात को लेकर अनबन हो गई।
फिर क्या, कर्मचारियों ने न आव देखा न ताव, और एक-एक कर डस्टबिन, लात-घूसे और बेल्ट से एक-दूसरे की पिटाई कर दी। मारपीट ने देखते ही देखते भयानत रूप ले लिया और हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन जूतम पैजार का अखाड़ा बन गया। अंतत: रेलेव पुलिस की दखल से कर्मचारियों के गुट को अलग कर बीच-बचाव हुआ और मामला सुलझाया गया।
यात्रियों की भीड़ के बीच आईआरसीटीसी स्टॉफ में जूतम पैजार, देखें Nizamuddin Viral Video
पियूष राय नामक एक्स हैंडल यूजर ने चुटीले कैप्शन के साथ निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन पर हुई मारपीट से जुड़ा वायरल वीडियो पोस्ट किया है।
निजामुद्दीन वायरल वीडियो में वंदे भारत ट्रेन में सेवारत आईआरसीटीसी कर्मचारियों के बीच हुई मारपीट देखा जा सकता है। खबरों के मुताबिक स्टॉफ के बीच किसी बात को लेकर अनबन हो गई और देखते ही देखते दो गुट मारपीट पर आमद हो गया। अंतत: दोनों गुट की ओर से बेल्ट, लात-घूस और डस्टबिन से हमला देखने को मिला।
इस मारपीट के दौरान प्लेटफॉर्म पर खचाखच भरी भीड़ और वंदे भारत ट्रेन खड़ी देखी जा सकती है। यात्री इस मारपीट से काफी हद तक असहज नजर आए और जैसे-तैसे खुद का बचाव कर सके। अब सोशल मीडिया पर ये वायरल वीडियो खूब सुर्खियां बटोर रहा है। हालांकि, ये वीडियो कब का है इसको लेकर कोई पुख्ता जानकारी नहीं सामने आई है।
वायरल वीडियो देख जमकर हो रही आलोचना
यूजर्स इस वायरल वीडियो को देखने के बाद आईआरसीटीसी स्टॉफ की जमकर आलोचना कर रहे हैं। कोई तंज कस रहा है, तो तल्ख भाव में रेलवे की इस सेवा की जमकर आलोचना कर रहा है। कई यूजर्स ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव व अन्य आला अफसरों से दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है, ताकि एक नजीर बन सके। इससे इतर कई यूजर्स आईआरसीटीसी स्टॉफ के बर्ताव का जिक्र कर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। हालांकि, इस मामले में अभी तक क्या कार्रवाई हुई है इसको लेकर कोई आधिकारीक जानकारी नहीं सामने आई है।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी सोशल मीडिया पर मौजूद वीडियो /पोस्ट पर आधारित है। डीएनपी इंडिया हिन्दी/लेखक किसी भी प्रकार के दावे और सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।