H-1B Visa: अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर Donald Trump ने अपना पदभार संभाल लिया है। इसी बीच एक बार फिर H-1B Visa को लेकर चर्चाएं तेज हो रही थी। आपको बता दें कि बड़ी संख्या में भारतीय लोग एच-1बी वीजा के लिए अप्लाई करते है। सबसे बड़ी बात है कि इनमें से 72 प्रतिशत वीजा वर्तमान में भारतीय नागरिक के पास है। वहीं अब सबसे सवाल यह है कि क्या H-1B Visa को लेकर भारतीय को मुसीबत बढ़ सकती है। चलिए आपको बताते है संपूर्ण जानकारी।
H-1B Visa पर क्या बोले Donald Trump
व्हाइट हाउस में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने H-1B Visa पर जोर देते हुए कहा कि “मुझे तर्क के दोनों पक्ष पसंद हैं, लेकिन मुझे हमारे देश में बहुत सक्षम लोगों का आना भी पसंद है, भले ही इसमें उन्हें प्रशिक्षण देना और अन्य लोगों की मदद करना शामिल हो, जिनके पास योग्यता नहीं है। मैं सभी स्तरों के लोगों के बारे में बात कर रहा हूं। हम चाहते हैं कि हमारे देश में सक्षम लोग आएं। और एच-बी1, मैं कार्यक्रम को बहुत अच्छी तरह से जानता हूं. मैं कार्यक्रम का इस्तेमाल करता हूं”।
क्या भारत की बढ़ेगी मुसीबत?
मालूम हो कि डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान H-1B Visa पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया था। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक 72 प्रतिशत भारतीय काम के सिलसिले में इस के लिए अप्लाई करते है, जो एक बड़ी तादात है। वहीं अब डोनाल्ड ट्रंप ने एच-1बी वीजा से थोड़ी नरमी बरती है। वहीं माना जा रहा है कि आने वाले समय में ट्रंप इस वीजा के लिए बड़ा ऐलान कर सकते है। वहीं अगर भारत की बात करें तो इससे भारत को फायदा होने की उम्मीद है। क्योंकि अगर इस वीजा के प्रोसेस सरल होता है तो बड़ी संख्या में लोग अप्लाई कर सकते है।
क्या है एच-1बी वीजा?
एच-1बी वीजा अमेरिका में अत्यधिक कुशल विदेशी नागरिकों के लिए अस्थायी वीजा है। यह किसी व्यक्ति को अमेरिका में छह साल तक रहने की अनुमति देता है। वीज़ा शुरू में तीन साल के लिए दिया जाता है, और इसे तीन साल के लिए बढ़ाया जा सकता है। सबसे बड़ी बात यह है कि बड़ी संख्या में भारतीय इस वीजा के लिए अप्लाई करते है।