बुधवार, मई 28, 2025
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अपने ही बिछाए जाल में फंसे कट्टरपंथी Muhammad Yunus? सेना के बाद पूर्व PM शेख हसीना ने भी लताड़ा, अमेरिका के हाथों देश बेचने का आरोप

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Muhammad Yunus: अंतरिम सरकार का संचालन मुहम्मद यूनुस के लिए गले की वो हड्डी बन चुकी है, जिसे ना तो वे निगल पा रहे हैं और नाही उगल पा रहे हैं। चहुंओर से फजीहत मुहम्मद यूनुस के हिस्से लग रही है। ताजा प्रकरण पूर्व पीएम शेख हसीना से जुड़ा है जिन्होंने अंतरिम सरकार के मुखिया पर बांग्लादेश को अमेरिका के हाथ बेचने का आरोप लगाया है। बांग्लादेशी सेना से फजीहत होने के बाद कट्टरपंथी Muhammad Yunus पर शेख हसीना जमकर बरसी हैं। पूर्व PM ने सारी कलई खोलते हुए मुहम्मद यूनुस के मंसूबों पर पानी फेर दिया है। उन्होंने कहा कि जब अमेरिका को सेंट मार्टिन द्वीप चाहिए था, तो मेरे पिता इसके लिए राजी नहीं हुए और अब अंतरिम सरकार ऐसा कर रही है। इस कृत्य के लिए शेख हसीना ने मुहम्मद यूनुस को भर-भरकर कोसा है।

अपने ही बिछाए जाल में फंसे कट्टरपंथी Muhammad Yunus?

पहले देश में आंतरिक द्वेश को बढ़ावा देकर या यूं कहें कि अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने की नीति को अंतरिम सरकार ने बढ़ावा दिया। हालांकि, नफरत के इस जाल में अब खुद मुहम्मद यूनुस भी फंस रहे हैं। पहले तो बांग्लादेशी सेना प्रमुख ने उन्हें सेना के मामलों में हस्तक्षेप ना करने और शीघ्र चुनाव कराने का अल्टीमेटम दिया। अब पूर्व पीएम शेख हसीना भी Muhammad Yunus को निशाने पर ले रही हैं। शेख हसीना ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि यूनुस ने आतंकवादियों की मदद से बांग्लादेश की सत्ता हथियाई है और इनमें से कई आतंकी संगठन ऐसे हैं जिनपर अंतरराष्ट्रीय बैन लगा हुआ है। इसके साथ ही उन्होंने शेक मुजीबुर रहमान और अपने कार्यकाल का जिक्र करते हुए मुहम्मद यूनुस को लताड़ा है।

पूर्व पीएम ने कहा कि जो मेरे पिता और मैंने नहीं किया आज अंतरिम सरकार उस कुकृत्य को अंजाम दे रही है। Muhammad Yunus बांग्लादेश को अमेरिका के हाथों बेच रहे हैं। शेख हसीना द्वारा लगाए गए इन आरोपों के बाद सियासी उठा-पटक तेज है और मुहम्मद यूनुस की खूब फजीहत हो रही है।

सेना ने भी मुहम्मद यूनुस को लगाई थी फटकार!

हाल-फिलहाल की ही बात है जब बांग्लादेशी आर्मी चीफ ने एक लकीर खींचते हुए मुहम्मद यूनुस को लगभग फटकार दिया था। मेजर जनरल वकार-उज-जमां ने साफ तौर पर Muhammad Yunus को अल्टीमेटम दिया था कि वे दिसंबर 2025 तक चुनावी प्रक्रिया संपन्न करा लें। इसके साथ ही आर्मी चीफ की ओर से मुहम्मद यूनुस को सैन्य गतिविधियों में हस्तक्षेप ना करने की हिदायत दी गई थी। इसी बीच अंतरिम सरकार और आर्मी के बीच तकरार की खबरें भी चलीं और अब पूर्व पीएम शेख हसीना की एंट्री भी हो गई है। ऐसे में दावा किया जा रहा है कि कट्टरपंथी मुहम्मद यूनुस की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है और शीघ्र की इसकी बानगी देखने को मिलेगी।

Gaurav Dixit
Gaurav Dixithttp://www.dnpindiahindi.in
गौरव दीक्षित पत्रकारिता जगत के उभरते हुए चेहरा हैं। उन्होनें चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से अपनी पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त की है। गौरव राजनीति, ऑटो और टेक संबंघी विषयों पर लिखने में रुची रखते हैं। गौरव पिछले दो वर्षों के दौरान कई प्रतिष्ठीत संस्थानों में कार्य कर चुके हैं और वर्तमान में DNP के साथ कार्यरत हैं।

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