Khawaja Asif: कई करारी हार का गवाह बन चुका पाकिस्तान लगातार बौखलाता नजर आ रहा है। ताजा मामला तालिबानियों से जुड़ा प्रकरण है जहां बॉर्डर पर हुए संघर्ष के बाद पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी है। इस हार से बौखलाए पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक बार फिर जहर उगलते हुए गीदड़ भभकी दी है।
ख्वाजा आसिफ ने साफ तौर पर कुछ शर्तों का जिक्र किया है जिन्हें अफगान सरकार पर थोपते हुए बड़ी बात सामने आई है। आतंक को पनाह देने का कबूलनामा कर चुके पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने कहा कि आतंकवाद को तुरंत खत्म करना जरूरी है। ख्वाजा आसिफ की ये टिप्पणी पाकिस्तान की मनोदशा को दर्शाने के लिए काफी है।
तालिबानियों से बुरी तरह पिटने के बाद सामने आई Khawaja Asif की बौखलाहट
पड़ोसी मुल्क के समाचार पत्र डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अल जजीरा को दिए एक साक्षात्कार में अपनी बौखलाहट व्यक्त की है। मंत्री आसिफ का कहना है कि युद्ध विराम का हर क्लॉज समझौतेसे जुड़े मसौदे पर टिका है। ख्वाजा आसिफ का कहना है कि समझौता में घुसपैठ ना होने और सीज़फायर एग्रीमेंट का कोई उल्लंघन न होने का जिक्र है।
बकौल पाकिस्तानी रक्षा मंत्री यदि एग्रीमेंट से तालिबान मुकरता है, तो बॉर्डर पर सीजफायर टूटेगा। वहीं अगर एग्रीमेंट को कायदे से अमली-जामा पहनाया जाता है, तो सीजफायर बरकरार रहेगा। ये शब्द इशारों-इशारों में तालिबानी हुकूमत के लिए चुनौती के समान हैं जो पाकिस्तान की ओर से पेश किया जा रहा है। अब देखना दिलचस्प होगा कि तालिबानी हुकूमत पाकिस्तान की इस गीदड़ भभकी का जवाब कैसे देती है।
पाकिस्तान के लिए सिरदर्द बनी तालिबानी हुकूमत
पड़ोसी मुल्क को ‘जैसे को तैसा’ वाले अंदाज में जवाब देने का काम कर रही तालिबानी हुकूमत उनके लिए सिरद्द बन गई है। पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर पर हुई गोलीबारी में पाकिस्तानियों को बुरी तरह शिकस्त देने के बाद तालिबानी हुकूमत के हौसले बुलंद हैं। खबरों की मानें तो पाकिस्तान खुद भागा-दौड़ा तुर्की और कतर के शरण में पहुंचा, ताकि उसकी नाक बच सके।
यही वजह है कि पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच हुए युद्ध विराम समझौता में कतर और तुर्की की भूमिका अहम मानी जा रही है। अफगानी रक्षा मंत्री मुल्ला याकूब ने साफ तौर पर कह दिया है कि पाकिस्तान को हर कार्रवाई का जवाब दिया जाएगा, ताकि उन्हें अपने वजूद का अंदाजा लग सके। अब सबकी नजरें आगे के घटनाक्रम पर टिकी हैं।