Tatkal Ticket Booking: आखिरकार तत्काल टिकट बुकिंग नियमों में बड़ा उलटफेर होने जा रहा है, माना जा रहा है कि इससे बड़ी संख्या में आम यात्रियों को फायदा होगा। बताते चले कि बीते कई महीनों से रेलवे को ये शिकायत मिल रही थी कि तत्काल टिकट की सीट मात्र 2 मिनट में ही फुल हो जाती है। वहीं अब कैबिनट मीटिंग में मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए नियमों में बदलाव कर दिया है, और माना जा रहा है कि इससे आम यात्रियों को टिकट मिल सकेगा, जो इमरजेंसी में सफर करना चाहते है। इसकी ही यह नियम 1 जुलाई से लागू हो जाएगा।
Tatkal Ticket Booking नियमों में हुआ बड़ा उलटफेर
मोदी सरकार द्वारा दी जानकारी के अनुसार 1 जुलाई 2025 से IRCTC की आधिकारिक वेबसाइट और मोबाइल ऐप के ज़रिए बुक किए गए तत्काल टिकट केवल आधार से प्रमाणित उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध होंगे। इसके अलावा, 15 जुलाई 2025 से ऑनलाइन की गई तत्काल बुकिंग के लिए आधार-आधारित ओटीपी प्रमाणीकरण अनिवार्य हो जाएगा।
इसके अलावा कम्प्यूटरीकृत यात्री आरक्षण प्रणाली (पीआरएस) काउंटरों और अधिकृत एजेंटों के माध्यम से बुक किए गए तत्काल टिकटों के लिए बुकिंग के समय उपयोगकर्ता द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर पर ओटीपी प्रमाणीकरण भेजना आवश्यक होगा। यानि आसान भाषा में कहें तो अगर आप काउंटर से टिकट लेते है तो आपके मोबाइल पर एक ओटीपी आएगा, जिसे आपको काउंंटर पर बताना होगा तभी आपका टिकट निकल सकेगा। माना जा रहा है कि इससे Tatkal Ticket Booking प्रणाली और आसान हो जाएगी।
इस तारीख से लागू होगा नया नियम
कैबिनेट की बैठक में Tatkal Ticket Booking में बदलाव किया गया है, जिसे मोदी सरकार की तरफ से मंजूरी भी मिल चुकी है। वहींं ये नया नियम 1 जुलाई 2025 से लागू होगा। इसके अलावा बल्क बुकिंग को रोकने के लिए, भारतीय रेलवे के अधिकृत टिकटिंग एजेंटों को बुकिंग विंडो के पहले 30 मिनट के दौरान उद्घाटन-दिन तत्काल टिकट बुक करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
वहीं एसी क्लास के लिए ये प्रतिबंध सुबह 10:00 बजे से 10:30 बजे तक और गैर-एसी क्लास के लिए, सुबह 11:00 बजे से 11:30 बजे तक लागू होगा। गौरतलब है कि इसका मुख्य उद्देश्य तत्काल बुकिंग में पारदर्शिता को बेहतर बनाने और यह सुनिश्चित करने के लिए लागू किए जा रहे हैं कि योजना का लाभ वास्तविक अंतिम उपयोगकर्ताओं तक पहुंचे। क्योंकि उपयोगकर्ताओं की तरफ से लगातार यह शिकायत मिल रही थी, कि 2 मिनट में ही तत्काल टिकट फुल हो जा रही है।