Vande Bharat Sleeper Train: लंबे समय से ट्रेन प्रेमी देश की पहली हाई स्पीड स्लीपर ट्रेन यानि Vande Bharat Sleeper Train का इंतजार कर रहेे है, वहीं अब खबर सामने आ रही है कि देश को जल्द पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन मिल सकती है, जो राजधानी, तेजस जैसी प्रीमियम ट्रेनों को पिछे छोड़ देगी। वहीं इस ट्रेन की सुविधाएं की बात करें तो यह भारत की पहली हाई स्पीड ट्रेन होगी जिसमे गर्म, ठंडे पानी की सुविधा होगी, इसके अलावा हर सीट के पास सीसीटीवी कैमरे भी लगे होंगे। यानि अगर आसान भाषा में कहें तो यह भारत की पहली ट्रेन होगी, जिसमे सभी हाईटैक सुविधाएं होगी।
इस खूबसूरत राज्य को मिलेगी देश की पहली Vande Bharat Sleeper Train!
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक देश की पहली Vande Bharat Sleeper Train केरल को मिल सकती है, जो तिरुवनंतपुरम से मंगलुरु के बीच चलेगी, हालांकि इसे लेकर अधिकारिक ऐलान होना बाकी है। मालूम हो कि केरल हरियाली के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण है, वहीं पूरे देश से बड़ी संख्या में लोग केरल में वोट हाउस व अन्य पर्यटन स्थलों को देखने के लिए आते है। बता दें कि इन दोनों शहरों के बीच करीब 650 किलोमीटर की दूरी है, जिसे तय करने में करीब 12 घंटे लग जाते है, लेकिन इस ट्रेन के चलने के बाद ये दूरी करीब 8 घंटे के बीच रह जाएगी।
हरियाली के साथ यात्री ट्रेन में इन चीजों का उठ सकेंगे लुत्फ
बता दें कि Vande Bharat Sleeper Train में सफर करने वाले यात्री इस रूट पर हरियाली, खूबसूरत नदियों के साथ-साथ ट्रेन के अंदर अलग-अलग तरह के खानों का भी लुत्फ उठा सकेंगे। जी हां आपने सही सुना, इस ट्रेन में पेंट्री की सुविधा होगी, जहां यात्री तरह-तरह के व्यंजनों का लुत्फ उठा सकेंगे। हालांकि अभी तक रूट को लेकर किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई है, वहीं माना जा रहा है कि जल्द इसे लेकर अधिकारिक ऐलान हो सकता है। वहीं इस ट्रेन में 800 से 1000 यात्री सफर कर सकते है।
अधिकतम कितनी स्पीड से दौड़ सकती है Vande Bharat Sleeper Train?
आपको बता दें कि इस नई नवेली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन की अधिकतम स्पीड 160 किलोमीटर प्रति घंटे की है, यानि यह ट्रेन 1000 किलोमीटर की दूरी केवल 7 घंटे में पूरी कर सकती है, हालांकि अभी ट्रेन की अधिकतम स्पीड 130 किलोमीटर है, यानि इससे अधिक स्पीड पर ट्रेन नहीं दौड़ सकती है, लेकिन पटरियों को अपग्रेड करने का काम शुरू हो चुका है और माना जा रहा है कि 1 या 2 साल में कई रूटों पर ट्रेन 160 के स्पीड से दौड़ सकेंगी।