Women Startup Funding: भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम पिछले कुछ वर्षों में महत्वपूर्ण बदलावों से गुजर चुका है, और महिला उद्यमियों की भागीदारी में अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई है। 2024 में महिला नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स को मिलने वाली फंडिंग में 90% से अधिक की वृद्धि हुई, जो कि महिला उद्यमियों के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।
Women Startup Funding में आई भारी वृद्धि
भारतीय स्टार्टअप फंडिंग रिपोर्ट 2024 के अनुसार, महिला नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स ने 2024 में 136 डील्स के माध्यम से लगभग 930 मिलियन डॉलर जुटाए। यह आंकड़ा 2023 में 118 डील्स के माध्यम से जुटाए गए 480 मिलियन डॉलर से 93.75% अधिक है। इस वृद्धि से यह स्पष्ट होता है कि निवेशक महिला नेतृत्व वाले स्टार्टअप्स में बढ़ती रुचि दिखा रहे हैं और इनके व्यवसायों की क्षमता को पहचान रहे हैं।
ई-कॉमर्स समेत कई प्रमुख क्षेत्रों में हुई वृद्धि
2024 में Women Startup Funding में सबसे बड़ी हिस्सेदारी फिनटेक क्षेत्र की रही, जिसने कुल फंडिंग का 28.7% यानी 266.91 मिलियन डॉलर प्राप्त किए। इसके बाद ई-कॉमर्स क्षेत्र ने 22.8% हिस्सेदारी के साथ 212 मिलियन डॉलर और एंटरप्राइज टेक्नोलॉजी ने 14% हिस्सेदारी के साथ 130 मिलियन डॉलर प्राप्त किए। इन तीन प्रमुख क्षेत्रों में महिला उद्यमियों का प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा गया।
आईपीओ लॉन्च और स्टार्टअप में वृद्धि
फंडिंग में वृद्धि के अलावा, 2024 में कई नए स्टार्टअप्स ने अपनी प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) लॉन्च की। कुल 13 Women Startup Funding ने आईपीओ के माध्यम से 29200 करोड़ रुपये से अधिक जुटाए। इसमें से 14672 करोड़ रुपये फ्रेश इश्यू के माध्यम से और 14574 करोड़ रुपये ऑफर फॉर सेल (OFS) के माध्यम से जुटाए गए। इस वर्ष के प्रमुख आईपीओ में स्विग्गी, डिजिट इंश्योरेंस और मोबिक्विक जैसी कंपनियां शामिल थीं।