Assam Bridge Collapse: बुधवार को असम के सिलचर में भांगरपार हरंग पुल ढह गया था। इस मामले में अब बड़ा अपडेट सामने आया है। असम पुल ढहने के मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही पुलिसकर्मियों पर कड़ा एक्शन भी लिया गया है। इस संबंध में एक सहायक उप-निरीक्षक समेत तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की गई है। ‘Hindustan Times’ की रिपोर्ट के मुताबिक, सिलचर में भांगरपार हरंग पुल ढहने के मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं।
Assam Bridge Collapse की वजह बने 2 ओवरलोड ट्रक
गौरतलब है कि सिलचर कलाइन मार्ग पर बना नया असम पुल ढह गया था। इस दौरान भांगरपार हरंग पुल से 2 ओवरलोड ट्रक गुजर रहे थे। दोनों ट्रकों का वजन निर्धारित सीमा से काफी अधिक था। ‘Hindustan Times’ की रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों ट्रकों में पत्थरों को लादा गया था। ऐसे में भांगरपार हरंग पुल ट्रकों का भार नहीं संभाल पाया और दोनों ट्रक नदी में गिर गए। हालांकि, इस हादसे में किसी की भी जान नहीं गई। वहीं, घटना के बाद एसडीआरएफ यानी राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया था।
एसएसपी ने बताया- असम का भांगरपार हरंग पुल कैसे ढह गया?
बता दें कि Assam Bridge Collapse होने के बाद असम की बराक घाटी का मेघालय के साथ सड़क संपर्क टूट गया था। इसके अलावा त्रिपुरा, मणिपुर और मिजोरम जाने का रास्ता भी बुरी तरह से बाधित हो गया था। वहीं, कछार के एसएसपी यानी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नुमल महात्ता ने कहा कि शुरुआती जांच से पता चलता है कि यह हादसा एक ट्रक के दुर्घटनाग्रस्त होने के कारण हुआ।
कछार एसएसपी नुमल महत्ता ने कहा, ‘भारी बारिश हो रही थी और एक ट्रक, जो संभवतः तेज़ रफ़्तार से आ रहा था, पुल पार करते समय पुल के एक हिस्से से टकरा गया। हम मामले की जांच कर रहे हैं और ट्रकों को चेकपॉइंट से गुजरने देने के लिए तीन पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।’
असम पुल ढहने के बाद मंत्री ने दिए उच्च स्तरीय जांच के आदेश
‘Hindustan Times’ की रिपोर्ट के अनुसार, Assam Bridge Collapse होने के बाद असम के खाद्य, सार्वजनिक वितरण और उपभोक्ता मामले के मंत्री कौशिक राय ने एक उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं और अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर विस्तृत रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। कौशिक राय ने कहा, ‘मैंने घटनास्थल का निरीक्षण किया है और जांच के आदेश दिए हैं। निवासियों के लिए नाव सेवाओं की व्यवस्था की गई है और हल्के वाहनों के लिए वैकल्पिक मार्ग खोले गए हैं।’