Monday, May 19, 2025
Homeख़ास खबरेंAyodhya Ram Mandir: प्रतिमा स्थापना से पहले क्यों की जाती है Pran...

Ayodhya Ram Mandir: प्रतिमा स्थापना से पहले क्यों की जाती है Pran Pratishtha? जानें मान्यता

Date:

Related stories

National Tourism Day: Taj Mahal ही नहीं, Ayodhya Ram Mandir, Maha Kumbh ने भी बदली UP की तस्वीर, सरपट दौड़ी अर्थव्यवस्था

National Tourism Day: यूपी में अब पर्यटन की बात जब भी होगी, तो सूची में महाकुंभ आयोजन स्थली प्रयागराज का नाम अवश्य जुड़ेगा। Maha Kumbh आयोजन ने यूपी की तस्वीर बदलने की काम किया है।

Maha Kumbh 2025: मेला परिसर के इस सेक्टर में होगा ‘रामलला’ का दर्शन! एंट्री के लिए पूरी करनी होगी ये खास शर्त; पढ़ें रिपोर्ट

Maha Kumbh 2025: प्रयागराज में उमड़े भक्तों के जनसैलाब में अद्भुत आस्था का भाव नजर आ रहा है। भक्त महाकुंभ 2025 का हिस्सा बनकर त्रिवेणी संगम घाट पर स्नान कर रहे हैं। हजारों हेक्टेयर भूमि पर फैले महाकुंभ मेला क्षेत्र के विभिन्न सेक्टरों में अलौकिक व दिव्य छटाएं भी प्रदर्शित की जा रही हैं।

Ayodhya Ram Mandir: देश के अलग-अलग हिस्सों में आज राम मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा की धूम है। इस दौरान संपूर्ण देश राममय होता नजर आ रहा है और लोग इस अवसर को और खास बनाने के लिए धार्मिक अनुष्ठानों के साथ शोभायात्राओं का आयोजन भी कर रहे हैं। वहीं अयोध्या राम मंदिर के साथ ही कई अन्य धार्मिक स्थानों पर भी प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की जा रही है।

अयोध्या के राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान ही लोगों के मन में एक सामान्य सा प्रश्न भी आ रहा है। देश के विभिन्न हिस्सों में लोग ये जानना चाह रहे हैं कि प्रतिमा स्थापना से पहले प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन क्यों किया जाता है? आखिर इसकी मान्यता क्या है? ऐसे में आज राम मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा आयोजन से पूर्व हम आपको प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratishtha) की धार्मिक मान्यता के बारे में बताने की कोशिश करते हैं।

Pran Pratishtha की धार्मिक मान्यता

प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratishtha) पूजन को हिंदू धर्म ग्रंथों में भगवान के साकार स्वरूप की आराधना का श्रेष्ठ तरीका माना गया है। ऐसे में हम देखते हैं कि किसी भी मंदिर में भगवान की प्रतिमा स्थापना से पहले शास्त्रीय परंपराओं का पालन करते हुए प्राण प्रतिष्ठा की जाती है। मान्यता है कि प्राण प्रतिष्ठा पूजन के दौरान वेद पाठी ब्रह्मणों द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ देव प्रतिमा को जाग्रत अवस्था में लाया जाता है। कहा जाता है कि प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के बाद वह पूज्यनीय मानी जाती है।

इसी क्रम में शास्त्रीय परंपराओं का पालन करते हुए अयोध्या राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) में भी प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया गया है।

Ayodhya Ram Mandir प्राण प्रतिष्ठा समारोह

अयोध्या के साथ आज देश के विभिन्न हिस्सों में उत्सव का माहौल है। दरअसल आज अयोध्या के राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratishtha) समारोह का आयोजन है। इस खास अवसर पर राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) के गर्भगृह में प्रभु रामलला की प्रतिमा शास्त्रीय परंपराओं व वैदिक मंत्रोच्चार के साथ स्थापित की जाएगी।

प्रभु रामलला की प्रतिमा आज अभिजीत मुहूर्त में मंदिर के गर्भगृह में स्थापित की जाएगी। मान्यता है कि अभिजीत मुहूर्त में किया गया हर काम शुभ फल प्रदान करता है और इसके परिणाण सकारात्मक होते हैं। ऐसे में विद्वानों ने शुभ, मांगलिक व धार्मिक अनुष्ठानों के लिए इस मुहूर्त को श्रेष्ठ बताया है।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Gaurav Dixit
Gaurav Dixithttp://www.dnpindiahindi.in
गौरव दीक्षित पत्रकारिता जगत के उभरते हुए चेहरा हैं। उन्होनें चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से अपनी पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त की है। गौरव राजनीति, ऑटो और टेक संबंघी विषयों पर लिखने में रुची रखते हैं। गौरव पिछले दो वर्षों के दौरान कई प्रतिष्ठीत संस्थानों में कार्य कर चुके हैं और वर्तमान में DNP के साथ कार्यरत हैं।

Latest stories