गुरूवार, मई 16, 2024
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ISRO का नॉटी बॉय देगा बिगड़े मौसम की सटीक जानकारी! जानें INSAT-3DS की खास डिटेल

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Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में सरयू तट पर स्थित राम मंदिर को लेकर इन दिनों खूब चर्चाएं हो रही हैं। दरअसल 22 जनवरी यानी कल राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratishtha) का आयोजन होना है। इस खास अवसर पर राम नगरी को खूब सजाया जा रहा है।

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ISRO: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) आए दिनों सफलता के नए कसीदे गढ़ता नजर आ रहा है। इसके तहत इसरो द्वारा तमाम अंतरिक्ष मिशन की तैयारी कर उसे अंजाम भी दिया जा रहा है।

ISRO: देश की अंतरिक्ष एजेंसी यानी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन इसरो (ISRO) शनिवार को एक बार फिर कमाल दिखाने को तैयार है। जी हां, देश के खराब मौसम का पता लगाने के लिए इसरो एक सैटेलाइट लॉन्च करने वाला है।

अंतरिक्ष एजेंसी बिगड़े मौसम की जानकारी हासिल करने के लिए एक रॉकेट का उपयोग करेगी, जिसे नॉटी बॉय कहा जाता है। एजेंसी INSAT-3DS सैटेलाइट को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा सतीश धवन स्पेस सेंटर से शाम 5:30 बजे लॉन्च किया जाएगा।

ISRO करेगा मौसम सैटेलाइट लॉन्च

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सैटेलाइट की लॉन्चिंग GSLV Mk II रॉकेट के जरिए होगी। ये उड़ान भरने के लगभग 20 मिनट बाद जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट (GTO) में तैनात होगा। ये मौसम सैटेलाइट बदलते मौसम के साथ ही आने वाली आपदाओं की भी जानकारी देगी।

ISRO ने क्यों दिया है नॉटी बॉय का नाम

इसरो के अनुसार, जीएसएलवी रॉकेट का ये 16वां मिशन है। जीएसएलवी रॉकेट नॉटी बॉय नाम इसलिए दिया गया है, क्योंकि इसके असफल होने की दर 40 फीसदी है। इस रॉकेट से 15 लॉन्च में से 4 असफल हुए हैं।

इस मिशन का उद्देश्य

अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने बताया है कि इस मिशन का प्राथमिक उद्देश्य धरती की सतह की निगरानी करना है। मौसम संबंधित महत्व के विभिन्न चैनलों समुद्री अवलोकन और उसके पर्यावरण को पूरा करना है। वायुमंडल के विभिन्न मौसम संबंधी मापदंडों की ऊर्धावार प्रोफाइल देना। डेटा इकट्ठा करना और प्रसार क्षमताएं प्रदान करना। ये सैटेलाइट मौजूदा इनसैट 3डी सैटेलाइट के साथ उनकी क्षमताओं को बढ़ाएगा।

इस साल का दूसरा मिशन

ये सैटेलाइट धरती विज्ञान मंत्रालय के अंतर्गत विभिन्न विभाग जैसे भारत मौसम विज्ञान विभाग, राष्ट्रीय मध्यम-सीमा मौसम पूर्वानुमान केंद्र, भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान, राष्ट्रीय महासागर प्रौद्योगिकी संस्थान, भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र और अन्य विभागों के साथ इनसैट 3डी सैटेलाइट डेटा का इस्तेमाल करेंगे।

मालूम हो कि इसरो का इस साल ये दूसरा मिशन है। इससे पहले 1 जनवरी 2024 को इसरो ने PSLV-C58/EXPOSAT मिशन को लॉन्च किया था।

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Amit Mahajan
Amit Mahajanhttps://www.dnpindiahindi.in
अमित महाजन DNP India Hindi में कंटेंट राइटर की पोस्ट पर काम कर रहे हैं.अमित ने सिंघानिया विश्वविद्यालय से जर्नलिज्म में डिप्लोमा किया है. DNP India Hindi में वह राजनीति, बिजनेस, ऑटो और टेक बीट पर काफी समय से लिख रहे हैं. वह 3 सालों से कंटेंट की फील्ड में काम कर रहे हैं.

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