Caste Census: एक बड़े फैसले से देश के सियासी गलियारे में चर्चा के कई नए विषयों को शुरू कर दिया है। दरअसल, केन्द्र सरकार अंतत: जाति आधारित जनगणना कराने पर राजी हो गई है। CCPA की बैठक के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस संबंध में ब्रीफिंग साझा की है। कास्ट सेंसस को मंजूरी मिलने के बाद कई तरह की चर्चाओं को दौर शुरू हो चुका है। विपक्ष एक ओर जहां इस फैसले को अपनी जीत बता रहा है, तो वहीं टिप्पणीकार इस कदम को BJP का मास्टरस्ट्रोक बता रहे हैं। कांग्रेस, राजद और सपा जैसे दल मुखर तौर पर Caste Census पर हुए फैसले को अपनी हिस्से की जीत करार दे रहे हैं। ऐसे में आइए तमाम चर्चाओं के बीच हम आपको विपक्ष की प्रतिक्रियाओं के बारे में बताते हैं।
Caste Census पर विपक्ष की ओर से शुरू हुआ प्रतिक्रियाओं का दौर!
यूपी से लेकर बिहार व उत्तर भारत के अन्य राज्यों में राजनीतिक मुद्दा बन चुके कास्ट सेंसस पर अंतत: सरकार की मुहर लग गई है। केन्द्र की ओर से स्पष्ट किया गया है कि मूल जनगणना में ही जाति गणना को समाहित किया जाएगा। इस एक फैसले पर विपक्ष खुश है और इसे अपनी जीत बता रहा है। Caste Census पर सपा का कहना है कि “समाजवादी पार्टी लंबे समय से जाति जनगणना की मांग कर रही थी। आज सरकार ने हमारी मांग मान ली है। यह देश के दलितों और पिछड़े वर्गों की जीत है।”
राजद की ओर से तेजस्वी यादव ने कास्ट सेंसस पर पक्ष रखा है। उनका कहना है कि “यह हमारी 30 साल पुरानी मांग थी। यह हमारी, समाजवादियों और लालू यादव की जीत है। इससे पहले बिहार के सभी दलों ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी, लेकिन उन्होंने हमारी मांग को अस्वीकार कर दिया। कई मंत्रियों ने इससे इनकार किया, लेकिन यह हमारी ताकत है कि उन्हें हमारे एजेंडे पर काम करना है।”
क्या कास्ट सेंसस पर हुआ फैसला राहुल गांधी की जीत है?
इस सवाल का जवाब कई कांग्रेस नेताओं की ओर से हां के रूप में दिया जा रहा है। Caste Census पर अपना पक्ष रखते हुए महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा है कि “हम इस फैसले का स्वागत करते हैं क्योंकि यह हमारी लंबे समय से मांग थी। इसके पीछे बिहार चुनाव ही एकमात्र मकसद होना चाहिए।”
कांग्रेस नेता उदित राज का कहना है कि “मैं इस फैसले का स्वागत करता हूं। यह कांग्रेस की जीत है। आखिरकार मोदी सरकार को जाति जनगणना करानी पड़ रही है।”
कांग्रेस सांसद चमाला किरण कुमार रेड्डी का कहना है कि “यह पहल तेलंगाना राज्य से आई है, जिसने हाल ही में जाति जनगणना की है। भारत जोड़ो यात्रा का संचालन करने वाले राहुल गांधी ने जाति जनगणना की आवश्यकता को देखा। हम इसे स्वीकार करने के लिए नरेंद्र मोदी जी और कैबिनेट मंत्रियों के आभारी हैं। हमारे नेता राहुल गांधी ने यही सपना देखा था। हम उनके सपने को पूरा होते देखकर खुश हैं।”