PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज नागपुर इस दौरान उनके साथ RSS प्रमुख मोहन भागवत, संघ के पूर्व महासचिव सुरेश भैयाजी जोशी, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी मौजूद रहे। मालूम हो कि कई सालों बाद PM Modi आरएसएस के मुख्यालय पहुंचे, जहां उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संस्थापक केशव बलिराम हेडगेवार और दूसरे सरसंघचालक (प्रमुख) एम एस गोलवलकर को समर्पित स्मारकों पर श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं माना जा रहा है कि पीएम मोदी और Mohan Bhagwat की मुलाकात हो सकती है, जिसके कई मायने निकाले जा रहा है। इसके अलावा अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री ने Rashtriya Swayamsevak Sangh की जमकर तारीफ की। वहीं माना जा रहा है कि इस मुलाकात के बाद विपक्ष की नींद उड़ सकती है।
PM Modi और Mohan Bhagwat की मुलाकात से हिंदुत्व को मिलेगा
बता दें कि PM Modi आज अपने नागपुर दौरे पर है, इस दौरान उन्होंने माधव नेत्रालय प्रीमियम सेंटर की नई एक्सटेंशन बिल्डिंग की आधारशिला रखी। साथ ही उन्होंने RSS की जमकर तारीफ की, मालूम हो कि बीते कई महीनों से यह चर्चा चल रही थी, कि संघ और बीजेपी में सबकुछ ठीक नहीं है, वहीं अब PM Modi और Mohan Bhagwat के बीच होने वाली मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहा है। कई राजनीतिक पंडितों का मानना है कि बैठक के दौरान दोनों के बीच हिंदुत्व के मुद्दे पर बातचीत हो सकती है, इसके अलावा आगामी चुनावों को लेकर भी चर्चा हो सकती है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री और आरएसएस प्रमुख की मुलाकात के बाद विपक्ष की नींद उड़ सकती है।
पीएम मोदी और संघ प्रमुख की मुलाकात के बाद उड़ सकती है विपक्ष की नींद
गौरतलब है कि PM Modi और संघ प्रुमुख की इस मुलाकात कई मायने में अहम मानी जा रही है, वहीं माना जा रहा है कि दोनों के बीच हुई मुलाकात से विपक्ष की नींद उड़ सकती है। हम ऐसा इसलिए कह रहे है क्योंकि बिहार में इस साल के आखिरी और 2026 की शुरूआत में असम, पश्चिम बंगाल, केरल समेत कई जगहों पर विधानसभा चुनाव होने है। मालूम हो कि बीजेपी के हर चुनाव में चाहे वह विधानसभा हो या फिर लोकसभा हर चुनाव में RSS की प्रमुख भूमिका रहती है।
PM Modi ने RSS को सराहा
नागपुर में जनसभा को संबोधित करते ही PM Modi ने कहा कि “हम देव से देश और राम से राष्ट्र के जीवन मंत्र को लेकर चले हैं,
हम अपना कर्तव्य निभाते हैं। हमने महाकुंभ में देखा है कि कैसे स्वयंसेवकों ने लोगों की मदद की। ‘जहां सेवा कार्य, वहां स्वयंसेवक”। वहीं अब देखना हो कि विपक्ष की इसपर क्या प्रतिक्रिया आती है।