Bhagwant Mann: पंजाब में नशे का अवैध कारोबार करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का क्रम और तेज हो गया है। सीएम भगवंत मान के निर्देशानुसार राज्य उप-समिति की पहली बैठक भी संपन्न हो गई है। इस बैठक से जुड़ी ब्रीफिंग को सांझा करते हुए मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने मान सरकार की नई रणनीतियों से अवगत कराया है। उन्होंने बताया है कि अब Bhagwant Mann के निर्देशानुसार पंजाब में नशे की श्रृंखला को तोड़ेते हुए नशे के सौदागरों को जेल भेजा जाएगा। मान सरकार ने इस संबंध में वार ऑन ड्रग कैपेंन को रफ्तार देने की ठान ली है। सभी जिलों के DC, SSP और पुलिस कमिश्नरों को कार्रवाई तेज करने की निर्देश दिया गया है।
नशे के सौदागरों को जेल भेजेगी Bhagwant Mann सरकार!
मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने वार ऑन ड्रग कैंपेन को रफ्तार देने के क्रम में भगवंत मान सरकार की नई रणनीति के बारे में अवगत कराया है। उनका कहना है कि “ड्रग पर युद्ध पर हमारी उप-समिति की पहली बैठक आज हुई है। बैठक में सभी सदस्यों और कैबिनेट सहयोगियों को उनके काम सौंपे गए हैं। मैं भी 6 जिलों का ध्यान रखूंगा। जब हम नशे की इस श्रृंखला को तोड़ेंगे और नशे के सौदागरों को जेल भेजा जाएगा, तो मुझे लगता है कि नशा करने वालों के लिए स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा होना चाहिए। इसके लिए डॉक्टर होने चाहिए। मैं पंजाब के लोगों से अपील करता हूं कि अगर उन्हें लगता है कि उनके परिवार में कोई नशे का आदी है या है, उन्हें लक्षण दिखें, उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाना चाहिए। ताकि उस व्यक्ति का इलाज किया जा सके।
पंजाब की Bhagwant Mann सरकार की ओर से स्पष्ट किया गया है कि “आने वाले समय में हम जिला स्तर पर जाएंगे, हम एसएसपी और डीसी के साथ बैठक करेंगे और उसके बाद हम देखेंगे कि क्या प्रगति हुई है। हम उप-समिति की साप्ताहिक बैठकें करेंगे और हम निगरानी करेंगे कि काम कैसे हो रहा है।”
पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाने की कवायद हुई तेज!
बीते दिन मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राज्य के सभी उच्चाधिकारियों संग बैठक कर नशीले पदार्थ की तस्करी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही थी। सीएम मान ने आला अधिकारियों को निर्देशित किया था कि अगले 3 महीनों के अंदर पंजाब को नशामुक्त राज्य बनाया जाए। Bhagwant Mann सरकार के निर्देश के बाद ये कवायद और तेज हो गई है और आला अधिकारियों की सक्रियता बढ़ गई है। दावा किया जा रहा है कि आला अधिकारी और उप-समिति की सामंजस्यता के साथ पंजाब को नशा मुक्त राज्य बनाया जा सकेगा और नशे की चंगुल में फंसे युवाओं का भविष्य संवारा जाएगा।