Rajasthan News: रोजगार की तलाश में जुटे राजस्थान के युवाओं के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है। राजस्थान सरकार की हिस्सेदारी वाली बाड़मेर रिफाइनरी दिसंबर में शुरू हो सकती है। सीएम भजनलाल शर्मा ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर रिफाइनरी में जारी काम-काज की रिपोर्ट सौंपी है। दावा किया जा रहा है कि बाड़मेर रिफाइनरी पश्चिमी राजस्थान के लिए माइलस्टोन साबित होगी।
एक ओर जहां एचपीसीएल की ये रिफाइनरी सूबे की अर्थव्यवस्था को रफ्तार देगी। वहीं दूसरी ओर युवाओं के लिए अवसरों के द्वार भी खुलेंगे। कहा जा रहा है कि 72000 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हो रही बाड़मेर रिफाइनरी के उद्घाटन के साथ स्वरोजगार के साथ युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे। इसके परिणामस्वरूप रिफाइनरी में नौकरी पाकर युवाओं को किस्मत चमक सकती है और वे लाखों की कमाई कर अपना भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं।
प्रदेश के लिए माइलस्टोन साबित होगी बाड़मेर रिफाइनरी – Rajasthan News
सीएम भजनलाल शर्मा का ड्रीम प्रोजेक्ट माने जाने वाली बाड़मेर रिफाइनरी प्रदेश के लिए माइलस्टोन साबित होगी। बाड़मेर में खुल रहे एचपीसीएल की रिफाइनरी में पेट्रोकेमिकल प्रोडक्ट का निर्माण होगा। इससे राजस्थान एक नए पेट्रोकेमिकल हब के रूप में उभर सकेगा। दिसंबर, 2025 में शुरू होने वाले बाड़मेर रिफाइनरी से निकलने वाला उत्पाद रेतीली धरा राजस्थान के लिए ‘सोना’ के समान होगा।
ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि क्योंकि इससे राजस्थान की अर्थव्यवस्था को गति मिलने के आसार हैं। रिफाइनरी में बनने वाला पेट्रोकेमिकल उत्पाद देश के विभिन्न हिस्सों में जाएगा और सूबे की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी। इससे इतर प्लास्टिक, फाइबर, डिटर्जेंट और अन्य औद्योगिक वस्तुएं भी रिफाइनरी में तैयार होंगी। ऐसे कर एचपीसीएल रिफाइनरी प्रोजेक्ट राजस्थान के लिए माइलस्टोन साबित होगा और इकॉनमी को रफ्तार मिलेगी।
बाड़मेर रिफाइनरी के संचालन से युवाओं की चमकेगी किस्मत
ऐसा कहना अतिश्योक्ति नहीं होगा कि बाड़मेर में बन रहे रिफाइनरी के संचालन से युवाओं की किस्मत चमक सकती है। दरअसल, रिफाइनरी की शुरुआत होने के बाद हजारों की संख्या में योग्य युवाओं को अलग-अलग जिम्मेदारी दी जाएगी। युवाओं को नियुक्त कर उन्हें उचित मेहनताना उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही स्वरोजगार के तमाम अवसर सृजित होंगे।
रिफाइनरी के निर्माण से आसपास की सड़कें बेहतर होंगी। इससे कनेक्टिविटी को रफ्तार मिलेगी और परिवहन के साथ अन्य क्षेत्रों में रोजगार के अवसर सृजित होंगे। साथ ही युवाओं को रिफाइनरी संचालन के लिए तकनीकी रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि अधिक से अधिक रोजगार के अवसर सृजित किए जा सकें।






