Ganga Expressway: उत्तर प्रदेश के विकास में एक्सप्रेसवे अहम भूमिका निभा सकते हैं। जी हां, आपने सही पढ़ा। दरअसल, यूपी में इस वक्त कई एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य जारी है। इसमें गंगा एक्सप्रेसवे का नाम भी आता है। गंगा एक्सप्रेसवे यूपी के एक बड़े हिस्से को सीधे कनेक्ट करेगा। यही वजह है कि गंगा एक्सप्रेसवे के खुलने का बेसब्री से इंतजार किया जा रहा है। गंगा एक्सप्रेसवे यूपी सरकार की महत्वपूर्ण ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे योजना है। इस एक्सप्रेसवे के पहले चरण के तहत यूपी के मेरठ से प्रयागराज तक सीधी कनेक्टिविटी होगी। इस एक्सप्रेसवे पर 120KMPH की रफ्तार से वाहन फर्राटा भरेंगे।
गंगा एक्सप्रेसवे के जरिए यूपी के कितने जिले कवर होंगे?
जानकारी के मुताबिक, गंगा एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई लगभग 594 किलोमीटर है। यह एक्सप्रेसवे तकरीबन 15 से 16 जिलों से होकर गुजरेगा। इसमें मेरठ, हापुड, बुलन्दशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, बिलग्राम, माधोगंज, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज का नाम शामिल है। गंगा एक्सप्रेसवे इन जिलों को कवर करेगा, तो इन जिलों में पर्यटन से लेकर स्थानीय कारोबार में उछाल आने की संभावना है।
क्या है गंगा एक्सप्रेसवे की वर्तमान स्थिति?
कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि गंगा एक्सप्रेसवे का पहला चरण यानी मेरठ से प्रयागराज तक लगभग 89-93% तक पूरा हो गया है। भूमि अधिग्रहण का कार्य अधिकतर पूरा हो चुका है और निर्माण में तेजी आई है, जिसमें 8 लेन तक विस्तार योग्य 6 लेन का एक्सप्रेसवे शामिल है, जिसमें चौड़ी सर्विस रोड, पुल, और शाहजहांपुर में फाइटर जेट्स की लैंडिंग के लिए हवाई पट्टी भी शामिल है। एक्सप्रेसवे के दूसरे चरण के लिए सर्वेक्षण पूरा हो चुका है और डीपीआर यानी विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तेजी के साथ तैयार की जा रही है। रिपोर्ट्स पर भरोसा करें, तो गंगा एक्सप्रेसवे को नवंबर 2025 तक वाहनों के संचालने के लिए खोला जा सकता है।
Ganga Expressway के दूसरे चरण से सुगम होगा पश्चिमी यूपी से हरिद्वार तक का सफर
उधर, कई अन्य रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि गंगा एक्सप्रेसवे के दूसरे चरण में गंगा एक्सप्रेसवे को पश्चिमी यूपी को उत्तराखंड के हरिद्वार के साथ सीधा कनेक्ट करने की योजना है। अगर हालिया रिपोर्ट्स पर गौर करें, तो गंगा एक्सप्रेसवे के दूसरे चरण के जरिए यूपी का एक बड़ा हिस्सा उत्तराखंड और दिल्ली के साथ सीधा जुड़ जाएगा। इससे यूपी के कई जिलों में सुगम आवाजाही का अवसर मिलेगा। साथ ही लोकल कारोबार और पर्यटन में भी अच्छा-खासा उछाल देखने को मिल सकता है। हालांकि, अभी तक गंगा एक्सप्रेसवे के खुलने की कोई भी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।