Noida International Airport: नोएडा के लोगों के लिए नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट शुरू होने का इंतजार काफी लंबा होता जा रहा है। उत्तर प्रदेश के लोगों को इस 5वें अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से काफी सरलता औऱ लाभ होने की संभावना जताई जा रही है। इसी बीच नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के CEO Christoph Schnellmann ने एसीआई यानी एशिया-प्रशांत और मध्य पूर्व सम्मेलन में इस एयरपोर्ट से संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारी को साझा किया। साथ ही बताया है कि इस एयरपोर्ट के खुलने के बाद किस तरह से कनेक्टिविटी, कार्गो और एविएशन सेक्टर में तेजी से विकास होगा। इस दौरान सीईओ उद्योग के नेताओं के साथ भारतीय विमानन बाजार के विकास के पहलुओं पर चर्चा की।
Noida International Airport से आसपास की कनेक्टिविटी होगी बेहतर
CEO Christoph Schnellmann के मुताबिक, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट शुरू होने के बाद कनेक्टिविटी में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। माना जा रहा है कि एयरपोर्ट का कार्य अपने आखिरी पड़ाव हैं। ऐसे में इस एयरपोर्ट के स्टार्ट होने के बाद दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को सबसे बड़ा फायदा होगा। कई रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि इस हवाई अड्डे के स्टार्ट होने के बाद दिल्ली के एयरपोर्ट पर यात्रियों का भार काफी कम हो जाएगा। साथ ही इस एयरपोर्ट के जरिए पहले साल में ही लगभग 5 से 7 मिलियन लोगों को इसका लाभ दिया जाएगा। इसके सात ही इस एयरपोर्ट के साथ आसपास के कई क्षेत्रों को सड़क मार्ग के जरिए जोड़ा जाएगा। वहीं, एयरपोर्ट को रैपिड रेल और दिल्ली मेट्रो के साथ भी सीधे कनेक्ट करने की योजना है।
Noida International Airport बनेगा कार्गो हब!
माना जा रहा है कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट शुरू होने के बाद कार्गो सेक्टर में भी काफी सुधार देखने को मिल सकता है। बताया जा रहा है कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट आने वाले समय में इंडिया का सबसे बड़ा एयर कार्गो बन सकता है। नोएडा प्राधिकरण इस संबंध एयरपोर्ट के पास बड़े स्तर पर सामान रखने के लिए कोल्ड स्टोरेज बना सकता है। इसके साथ ही नोएडा प्राधिकरण इस एयरपोर्ट पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर के डिपो भी तैयार कर सकता है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से एविएशन सेक्टर को ऐसे होगा फायदा
कई रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि Noida International Airport शुरू होने के बाद एविएशन सेक्टर को भी इससे सीधा फायदा होगा। अभी दिल्ली-एनसीआर में अंतर्राष्ट्रीय फ्लाइट के लिए लोग दिल्ली का रुख करते हैं। मगर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट शुरू होने के बाद यात्रियों के पास इस एयरपोर्ट से भी फ्लाइट पकड़ने का विकल्प उपलब्ध होगा। CEO Christoph Schnellmann के मुताबिक, आने वाले 5 सालों के दौरान इस एयरपोर्ट की क्षमता को 70 मिलियन तक लेकर जाने का टारगेट रखा गया है। ऐसे में यात्रियों की बढ़ती संख्या से एयरपोर्ट का विस्तार होगा, जोकि एविएशन सेक्टर में बड़े स्तर पर राजस्व पैदा कर सकता है।