CM Yogi Adityanath: लगभग दशक भर पहले और आज के यूपी की तस्वीर जब तुलना की जाएगी, तो व्यापक रूप से बदलाव नजर आएगा। बीते समय के साथ यूपी की अर्थव्यवस्था, शिक्षा, कृषि, स्वास्थ्य व इंफ्रास्ट्रक्चर की तस्वीर बदली है। इसी कड़ी में आज 24 मार्च को यूपी सरकार के 8 वर्ष पूरे होने पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने बदले यूपी की एक तस्वीर पेश की है। CM Yogi Adityanath ने लखनऊ में खुद ही आंकड़े जारी कर बताया है कि BJP सरकार के नेतृत्व में सूबे का कितना विकास हुआ है। यूपी सीएम ने वर्ष 2017 से पहले के यूपी और उसके बाद के यूपी की तुलनात्मक तस्वीर जारी कर विपक्ष को आईना भी दिखाया है।
BJP सरकार के 8 वर्ष पूर्ण होने पर CM Yogi Adityanath का अहम संबोधन
सूबे के मुखिया सीएम योगी आदित्यनाथ ने कृषि जगत में हुए बदलाव को लेकर लखनऊ में स्पष्ट किया है कि “2017 से पहले चीनी उद्योग बर्बादी की कगार पर था। हमने बंद चीनी मिलों को पुनर्जीवित किया। वर्तमान में, राज्य में 122 चीनी मिलें चालू हैं। गन्ना किसानों को 2017 से अब तक 2.8 लाख करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया गया है। पिछली सरकारों ने 22 साल में जो किया, उससे ज्यादा हमने 8 साल में किया।”
CM Yogi Adityanath ने आगे कहा कि “हममें से ज्यादातर लोग जानते हैं कि 8 साल पहले यूपी की स्थिति और पहचान क्या थी। 8 साल पहले यूपी के इंफ्रास्ट्रक्चर और अर्थव्यवस्था की हालत छिपी नहीं थी। यूपी के सामने पहचान का संकट था, किसान आत्महत्या कर रहे थे। युवा संघर्ष कर रहे थे, बेटियां और व्यापारी असुरक्षित थे और दंगों और ध्वस्त कानून व्यवस्था की वजह से लोग खराब अर्थव्यवस्था को बर्दाश्त कर रहे थे। राज्य और मशीनरी आज भी वही है, लेकिन हम देख सकते हैं कि कैसे सरकार बदलने से बड़े बदलाव हो सकते हैं।”
बीजेपी सरकार के 8 वर्ष पूरे होने पर CM Yogi Adityanath ने कानून व्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा कि “2017 से पहले की कानून व्यवस्था के बारे में हम सब जानते हैं। हर दिन दंगे होते थे, बेटियां और व्यापारी सुरक्षित नहीं थे। आज यूपी ने कानून व्यवस्था के मामले में बहुत बड़ी छलांग लगाई है। प्रयागराज का महाकुंभ इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। 45 दिनों के आयोजन में ऐसी कोई घटना नहीं हुई जिससे श्रद्धालुओं को असुविधा हुई हो। 2017 में यूपी पुलिस विभाग में 1.5 लाख पद खाली थे। भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी नहीं थी। हमने 8 वर्षों में 216000 से अधिक पुलिसकर्मियों की भर्ती की है।”
सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में आर्थिक विकास का ग्रोथ इंजन बनकर उभरा यूपी
लखनऊ में अपने हिस्से का पक्ष रखते हुए यूपी सीएम ने कहा कि “8 साल पहले यूपी को बीमारू राज्यों में गिना जाता था, लोग इसे सिर्फ श्रम-शक्ति के रूप में जानते थे। आज यूपी देश के आर्थिक विकास का ग्रोथ इंजन बनकर उभरा है। 2017 से पहले कृषि क्षेत्र की उपेक्षा की गई थी। यूपी में कृषि संभावनाओं और जल संसाधनों की प्रचुरता है। हम देश में कृषि उत्पादन की टोकरी के रूप में विकसित हो सकते थे। हम तकनीक की मदद से किसानों की आय को कई गुना बढ़ा सकते थे। लेकिन 2017 से पहले किसान आत्महत्या कर रहे थे। किसान कल्याण योजनाएं 4 दशकों से लंबित थीं।”
सुरक्षा व्यवस्था का जिक्र करते हुए CM Yogi Adityanath ने कहा है कि “पिछली सरकारों ने दंगाइयों से लड़ने वाली पीएसी की 54 कंपनियों को बंद कर दिया था। यह दंगाइयों को खुली छूट देने की साजिश थी। हमने सत्ता में आने के बाद इन कंपनियों को पुनर्जीवित किया और दो महिला पीएसी कंपनियों को भी शामिल किया। हमने 11 लाख सीसीटीवी लगाए। यूपी 17 नगर निगमों और गौतम बुद्ध नगर में सीसीटीवी लगाने वाला पहला राज्य बन गया। इससे राज्य की सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त हुई है।”
सीएम योगी आदित्यनाथ के अलावा डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, केशव प्रसाद मौर्च, भूपेन्द्र चौधरी, ओपी राजभर समेत अन्य कई नेताओं ने यूपी में BJP सरकार के 8 वर्ष पूर्ण होने पर उपलब्धि गिनाई है।