Sambhal Violence: संभल हिंसा के महीने भर बाद भी लगातार कुछ न कुछ मामला सामने आता नजर आ रहा है। ताजा प्रकरण एक पाकिस्तानी मौलाना से जुड़ा है। संभल के एक युवक मोहम्मद अकील का वीडियो सुर्खियों में है। वीडियो में वो किसी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से पाकिस्तानी मौलाना से संपर्क साधता नजर आ रहा है। मोहम्मद अकील मौलाना से पूछता है कि “क्या संभल वायलेंस में पुलिस की गोली लगने से मारे गए मुसलमानों को शहीद कहा जाएगा?” Pakistani मौलाना को इस सवाल का जवाब देते सुना जा सकता है। इस पूरे प्रकरण में संभल के पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई का बयान सामने आया है। SP कृष्ण कुमार बिश्नोई ने Sambhal Violence से जुड़े इस कांड का खुलासा करते हुए बड़ी बात कह दी है।
Sambhal Violence से जुड़े मामले में पाकिस्तान कनेक्शन!
पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई ने आज संभल वायलेंस से जुड़े एक प्रकरण में बड़ा खुलासा किया है। संभल एसपी का कहना है कि “मोहम्मद अकील नाम का एक शख्स ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर मौलाना से सलाह लेते दिख रहा है। शख्स पूछ रहा है कि संभल वायलेंस में मरने वाले लोग शहीद हैं या नहीं? शुरुआती तौर पर ऐसा लग रहा है कि मोहम्मद अकील संभल का रहने वाला है। इसके आधार पर पुलिस उसकी पहचान करने में जुटी है और इसके लिए दो टीमें लगाई गई हैं। पुलिस उस प्लेटफॉर्म का भी पता लगा रही है, जिसके जरिए उसने पाकिस्तानी मौलाना को फोन किया था।” Sambhal Violence से जुड़े एक प्रकरण पर अब जमकर चर्चा भी हो रही है।
सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहा संभल से जुड़ा प्रकरण!
गौरतलब है कि सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर संभल के युवक और पाकिस्तानी मौलाना के कनेक्शन की चर्चा हो रही है। सचिन गुप्ता नामक एक्स हैंडल यूजर ने इस प्रकरण का वीडियो भी जारी किया गया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे कुछ युवक मोहम्मद अली मिर्जा नामक मौलाना से सवाल-जवाब कर रहे हैं। इसी दौरान मोहम्मद अकील द्वारा संभल वायलेंस का जिक्र कर विवादित सवाल पूछा गया है।
संभल वायलेंस के बाद शाही जामा मस्जिद में 8वें जुमे की नमाज
पश्चिमी यूपी के संभल में 24 नवंबर को हुई हिंसा के बाद आज 8वें जुमे की नमाज अदा की गई है। संभल जिलाधिकारी ने बताया है कि ”आज पहले की तरह ही नमाज अदा की गई। पहले 32 मजिस्ट्रेट तैनात होते थे, लेकिन इस बार 31 मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं। Sambhal Violence के बाद लगी त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था यथावत रहेगी। पहले की तरह ही शांति व्यवस्था के लिए थाना स्तर पर बैठकें आयोजित की गईं। इसमें सभी संबंधित मौलवियों से भी शांति बनाए रखने की अपील की गई।”