Uttarakhand News: उत्तराखंड में लगातार साइबर धोखाधड़ी के मामलों में आई बढ़ोतरी पर पुलिस महानिरीक्षक ने इस मामले पर अपनी चिंता जाहिर की है। गौरतलब है कि पूरे देश से बड़ी संख्या मे लोग उत्तराखंड घूमने आते है। इसी बीच उत्तारखंड आईजी ने जो आंकड़े जाहिर किए है, वह काफी चिंताजनक है।
साइबर धोखाधड़ी रिकॉर्ड तोड़ बढ़ोतरी पर बोले IG Nilesh Anand Bharne
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए उत्तराखंड के IG Nilesh Anand Bharne ने कहा कि “2024 में सालभर का जो डाटा निकाला है, उसमे साइबर धोखधाड़ी में रिकॉर्ड तोड़ बढ़ोतरी हुई है। विभिन्न चैनलों के माध्यम से 25000 से अधिक शिकायतें दर्ज की गईं,
जिनमें 20000 से अधिक केंद्रीय साइबर अपराध पोर्टल भी शामिल हैं। बता दें कि इस धोखाधड़ी में एआई, डिजिटल अरेस्ट, डीप फैक समेत कई अपराधिक गतिविधियों का इस्तेमाल किया गया है”।
साइबर धोखाधड़ी को रोकने के लिए क्या है प्रशासन की तैयारी
पुलिस महानिरीक्षक द्वारा दी जानकारी के अनुसार “पुलिस अपनी तकनीकी क्षमताओं को बढ़ाने, 2025 के लिए संरचनात्मक सुधारों का प्रस्ताव देने और साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) जैसे राष्ट्रीय प्रयासों के साथ जुड़ने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। योजनाओं में राज्य स्तरीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (S4C) की स्थापना और स्थापना शामिल है। कुमाऊ और गढ़वाल को छोड़कर सभी जगहों पर साइबर पुलिस स्टेशन स्थापित किए गए है। गौरतलब है कि इसका मुख्य उद्देश्य अपराधियों का मुकाबला करना और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है” (Uttarakhand News)।
ऐसे रहे सतर्क – Uttarakhand News
देशभर में अचानक साइबर धोखाधड़ी मामलों में बढ़ोतरी एक चिंता का विषय बना हुआ है। हालांकि इस लेकर केंद्र और राज्य सरकार द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। धोखाधड़ी से बचने के लिए कभी भी पासवर्ड या बैंक डिटेल शेयर न करें, इसके अलावा डीपफैक या AI जेनरेट वीडियो के झासे मे ना आएं इन सब छोटी -छोटी चीजें का ध्यान करके आप धोखाधड़ी से बच सकते है।