मंगलवार, मई 7, 2024
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Uzbekistan Cough Syrup: उज्बेकिस्तान में हुई 19 बच्चों की मौत के बाद WHO ने जारी की चेतावनी, इस भारतीय कफ सिरप का न करें इस्तेमाल

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Covid-19: बीते लगभग दो वर्ष पहले की बात होगी जब कोरोना (Covid-19) के बढ़ते मामलों ने दुनिया को अपनी आगोश़ में लिया था। इस दौरान अनगिनत लोगों की जान गई थी। दावा किया गया कि शायद ही कोई ऐसा व्यक्ति हो जिसनें किसी अपने को इस महामारी के दौरान नहीं खोया हो।

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Uzbekistan Cough Syrup: उज्बेकिस्तान में भारतीय कंपनी के कफ सिरप पीने से 19 बच्चों की मौत हुई थी। जिसके चलते विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने लोगों को आगाह करते हुए इस कफ सिरप के इस्तेमाल के लिए सभी को चेतावनी दी है। इस संबंध में अब WHO ने भी अलर्ट जारी किया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि, नोएडा स्थित कंपनी मैरियन बायोटेक की ओर से बनाए गए कफ सिरप का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।

मैरियन बायोटेक कंपनी को ठहराया जिम्मेदार

बता दें कि, उज़्बेकिस्तान में भारतीय कंपनी मैरियन बायोटेक द्वारा बनाए गए कफ सिरप ‘डॉक-1 मैक्स’ को पीने से वहां के 19 बच्चों की मौत हुई है। जिसके लिए उज़्बेकिस्तान सरकार ने भारत में स्थित मैरियन फार्मा बायोटेक कंपनी को उन बच्चों की मौत का जिम्मेदार ठहराया है। ऐसा बताया जा रहा है कि, अब तक मैरियन बायोटेक में इन उत्पादों की सुरक्षा और गुणवत्ता पर डब्ल्यूएचओ गारंटी नहीं दी है।

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WHO ने की सिफारिश

इसी कड़ी में विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने बीते बुधवार को सिफारिश करते हुए कहा कि, उज्बेकिस्तान में बच्चे के लिए दो भारतीय कफ सिरप एम्ब्रोनोल (Ambronol Syrup) और डॉक-1 मैक्स (Doc-1 Max Syrup) का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। इसी के साथ डब्ल्यूएचओ ने कहा कि, मैरियन बायोटेक से निर्मित कफ सिरप ऐसे उत्पाद हैं जो गुणवत्ता मानकों को पूरा नहीं करते हैं। लैब विश्लेषण में पाया गया कि दोनों उत्पादों में दूषित पदार्थों के रूप में डायथिलीन ग्लाइकोल या एथिलीन ग्लाइकोल की अस्वीकार्य मात्रा शामिल है।

सैंपल को भेजा गया चंडीगढ़

पूरा मामला यह है कि, भारत में नोएडा स्थित मैरियन बायोटेक कंपनी द्वारा बनाई गई कफ सिरप के कारण उज़्बेकिस्तान में 19 बच्चों की मौत हो गई है। जिसके बाद हर जगह हड़कंप सा मच गया था। भारत सरकार भी इस मामले की जांच करवा रही है। सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन के सूत्रों से बातचीत के दौरान पता चला कि, इस खास सिरप को फिलहाल भारतीय मार्केट में नहीं बेचा जा रहा है। इसी कड़ी में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बताया था कि, यूपी ड्रग कंट्रोलर औऱ केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने जांच शुरू कर दी थी और सब के सैंपल को चंडीगढ़ भेजा गया है।

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Anjali Sharma
Anjali Sharmahttps://dnpindiahindi.in
अंजलि शर्मा पिछले 2 साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हैं। अंजलि ने महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी से अपनी पत्रकारिता की पढ़ाई की है। फिलहाल अंजलि DNP India Hindi वेबसाइट में कंटेंट राइटर के तौर पर काम कर रही हैं।

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