Yamuna Expressway: यमुना एक्सप्रेस वे 165 .5 किलोमीटर तक बना है। इसका रुट मथुरा,अलीगढ़, दिल्ली , ग्रेटर नोएडा और आगरा भी है। इसके बनने से यात्रियों का समय भी बचता है और उनका सफर सुगम भी बनता है। लेकिन अगर आप इस एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल सर्दियों में कर रहे हैं तो खबरदार हो जाएं और अपनी गाड़ी की स्पीड पर लगाम लगा लें। अगर नई सीमित स्पीड से थोड़ी से भी तेज आपकी गाड़ी दौड़ी तो भारी चालान भरना पड़ जाएगा। नई स्पीड को जल्द लागू किया जाएगा। इसलिए डेट जरुर नोट कर लें।
Yamuna Expressway पर वाहन चलाने की नई स्पीड लिमिट क्या है?
15 दिसंबर से यमुना एक्सप्रेस पर चलने वाले वाहनों की स्पीड सीमा तेज कर दी गई है। बढ़ती ठंड और कोहरे के कारण ये फैसला लिया गया है। वाहनों और यात्रियों को हादसों से बचाने के लिए नई स्पीड लिमिट को तय किया गया है। यमुना एक्सप्रेस वे पर चलने वाले वाहनों की स्पीड 60 से 80 किलो मीटरप्रतिघंटा तय कर दी गई है। कारों की स्पीड लिमिट 80 किलोमीटर है वहीं, बड़े वाहनों की रफ्तार 60 किलोमीटर प्रतिघंटे की कर दी गई है। ये स्पीड लिमिट 15 दिसंबर से लागू होगी। इसके साथ ही 15 फरवरी 2026 तक इसकी समय सीमा तय की गई है।
यमुना एक्सप्रेसवे की खासियत
यमुना एक्सप्रेसवे एक बेहद महत्नपूर्ण हाईवे है। 6 लेन का बना ये एक्सप्रेसवे दिल्ली से आगरा तक बनाया गया है। इन दोनों शहरों की यात्रा ढाई घंटे में पूरी हो जाती है। यहां पर यात्री की सुरक्षा का लिए सीसीटीवी कैमरे से लेकर मेडिकल की तमाम सारी इमरजेंसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। इस एक्सप्रेस वे के किनारे पेट्रोल पंप से लेकर होटल, पार्किंग और तमाम जरुरी चीजें उपलब्ध हैं। इस 165 किलीमीटर लंबे बने एक्सप्रेस पर 5 टोल टैक्स पड़ते हैं। यात्रा और व्यापार की दृष्टि से ये बेहद खास है।






