India China Relations: भारत और चीन के बीच चल रहे विवादों को लेकर अटकलों के बीच चीन ने दोनों देशों के मौजूदा संबंधों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ताजा बयान की तारीफ की है। यह दोनों देशों के लिए सकारात्मक द्विपक्षीय मित्रता के मजबूत रिश्ते को दर्शाता है। कड़वाहट चाहे कितनी भी तीखी क्यों न हो, सच के साथ हमने समय आने पर एक-दूसरे का साथ दिया है। यही भारतीय संस्कृति रही है। वहीं, अगर कोई अपमान करने की कोशिश करता है, तो भारत ने हमेशा उसके खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है।
नतीजतन हाल के दिनों में दुनिया के कई देश प्रधानमंत्री मोदी के मुरीद रहे हैं। इसके पीछे की वजह PM Modi की कुशल कार्यशैली है। वे भारत की तरक्की के साथ-साथ दुनिया में शांति स्थापित करने की दिशा में काम करते रहे हैं। वे आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाते रहे हैं। इसलिए, मौजूदा समय में India-Pakistan के बीच रिश्तों की खराब स्थिति इसका जीता जागता उदाहरण है। क्योंकि पाकिस्तान सरकार आतंकवाद को बढ़ावा देती रही है। जबकि पीएम मोदी भारत समेत पूरी दुनिया से आतंकवाद को खत्म करने की कोशिश करते रहे हैं।
चीनी विदेश मंत्रालय ने किया PM Modi का समर्थन
चीन ने सोमवार को एक बयान जारी कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की India China Relations में मतभेदों पर बातचीत का समर्थन करने वाली हालिया टिप्पणियों की प्रशंसा की। बीजिंग ने उनकी टिप्पणियों का “सकारात्मक” के रूप में स्वागत किया, इस बात पर जोर देते हुए कि दोनों देशों के बीच सहयोग, जिसे हाथी और ड्रैगन के बीच समन्वित नृत्य के समान माना जाता है, साझा सफलता का सबसे अच्छा मार्ग बना हुआ है।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ निंग ने एक बयान में कहा, “हाल के महीनों में, दोनों पक्षों ने अपने नेताओं द्वारा पहुँची महत्वपूर्ण सहमति को ईमानदारी से लागू किया है, विभिन्न स्तरों पर आदान-प्रदान और व्यावहारिक सहयोग को मजबूत किया है, और कई सकारात्मक परिणाम हासिल किए हैं।” माओ ने आगे कहा कि दोनों देशों के बीच सहयोग ही एकमात्र सही विकल्प है। उन्होंने कहा, “पारस्परिक सफलता में भागीदार बनना और ‘ड्रैगन-हाथी नृत्य’ सहयोग हासिल करना चीन और भारत के लिए एकमात्र सही विकल्प है।” उन्होंने आगे कहा कि चीन अपने नेताओं द्वारा पहुँची आम सहमति को लागू करने के लिए भारत के साथ काम करने के लिए तैयार है।
पीएम मोदी ने India China Relations पर कही ये बातें
अमेरिकी पॉडकास्टर Lex Fridman के साथ पॉडकास्ट इंटरव्यू में प्रधानमंत्री मोदी ने चीन के साथ भारत के संबंधों पर चर्चा की और कहा कि “हमारे और चीन के बीच पिछली शताब्दियों में संघर्ष का कोई इतिहास नहीं है। हमारे दोनों देश हमेशा एक-दूसरे से सीखते रहे। एक समय में बुद्ध का चीन पर बहुत प्रभाव था। यह विचार इधर से उधर चला गया। हम चाहते हैं कि भविष्य में भी India China Relations ऐसे ही बने रहें। जब दो पड़ोसी देश होते हैं, तो हमेशा कुछ मतभेद होते हैं। एक परिवार में भी बहस होती है। हम कोशिश करते हैं कि हमारे बीच चल रही बहस विवाद में न बदले।”
आगे प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं, “चीन के साथ हमारा सीमा विवाद चलता रहता है। साल 2020 में सीमा पर हुई घटनाओं की वजह से हमारे बीच दूरियां बढ़ीं। अभी मेरी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात हुई है। तब से सीमा पर स्थिति में सुधार हुआ है। अब 2020 के मुकाबले सीमा पर काफी सुधार हुआ है। अब धीरे-धीरे वो पुराना भरोसा वापस आएगा और इसमें समय लगेगा क्योंकि बीच में 5 साल का अंतराल था।”
ये भी पढ़ें: Elon Musk के Grok AI का निजी फायदे के लिए कैसे हो रहा इस्तेमाल, सच्चाई देख पैरों तले खिसक जाएगी जमीन