PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब दिया। इस दौरान पीएम मोदी एक बार फिर ‘सबका साथ, सबका विकास’ के प्रति अपनी सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते नजर आए। इसके अलावा पीएम मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को प्रेरक और प्रभावी बताया। पीएम मोदी ने Rajya Sabha में बोलते हुए कांग्रेस की आलोचना की और कहा कि कांग्रेस से ‘सबका साथ, सबका विकास’ की उम्मीद करना बहुत बड़ी भूल होगी। यह उनकी सोच के विपरीत है। इतना ही नहीं PM Modi ने आगे कहा, “कांग्रेस पार्टी केवल एक परिवार को समर्पित रही है। इसके लिए इसके मॉडल में परिवार पहले आता है।”
पीएम मोदी ने कांग्रेस पर उठाए सवाल
राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देते हुए पीएम मोदी कांग्रेस पर अक्रामक दिखे। इस दौरान PM Modi ने कांग्रेस के शासनकाल का जिक्र कर कांग्रेस पर हमलावर रहे। पीएम मोदी ने Rajya Sabha में कहा कि, ”कांग्रेस के शासनकाल में लाइसेंस कोटा परमिट का बोलबाला था। लोग इससे परेशान थे। टेलीफोन कनेक्शन लेने के लिए लोगों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ती थी। शादियों आदि आयोजन प्रयोजन में चीनी के लिए भी लाइसेंस लेने पड़ते थे। कार खरीदने के लिए लंबी वेटिंग रहती थी। लिहाजा चुनिंदा लोगों को ही यह नसीब होता था। कंप्यूटर खरीदने के लिए भी कांग्रेस के शासनकाल में आम लोगों को लाइसेंस के बीना खरीदारी संभव नहीं थी। पोलियो वैक्सीन के लिए आम लोग दशकों तक इंतराजरत रहते थे। इसलिए ये कहना अनुचित नहीं होगा कि लाइसेंस परमिट राज ही कांग्रेस की पहचान बनी।”
राहुल के बयान पर पीएम मोदी का पलटवार
राज्यसभा में बोलते हुए पीएम मोदी ने मेक इन इंडिया प्रोग्राम को सफल करार दिया। पीएम मोदी ने कहा कि ”कांग्रेस के लाइसेंस राज से निकलकर मेन इन इंडिया को प्रोत्साहित कर रहे हैं। परिणामस्वरुप भारत मोबाइल प्रोडेक्शन वाला दुनिया का दूसरा देश बना है। जो कि खुद में बड़ी उपलब्धि है। इसके अलावा देश का डिफेंस सेक्टर पिछले 10 सालों में तेजी से 10 गुना बढ़ा है, और इसके बढ़ने की संभावनाओं को परिणाम में बदलने के लिए प्रतिदिन काम किए जा रहे हैं।”
मालूम हो कि इससे पहले Rahul Gandhi ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर PM Modi के लोकसभा में जवाबी भाषण को लेकर सोशल मीडिया साइट एक्स पर निशाना साधा था। इस दौरान राहुल ने कहा था कि, “प्रधानमंत्री को यह स्वीकार करना चाहिए कि Make in India एक अच्छी पहल होने के बावजूद पूरी तरह विफल हो गई है। साल 2014 में मैन्युफैक्चरिंग जीडीपी का 15.3% था, जो अब घटकर 12.6% हो गया है। जो पिछले 60 सालों में सबसे कम रहा है।”