Diabetes: भारत में एक गंभीर बीमारी जो लगातार अपने पैर पसार कर तेजी से बढ़ती जा रही है वो है डायबिटीज जिसे आमतौर पर शुगर की बीमारी भी कहते है। आमतौर पर लोग इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देते खासकर युवा और मिडिल एज के लोगों इसे नजरअंदाज करते है जो कुछ ही सालों में गंभीर समस्या बन सकता हैं। मिथक है कि Diabetes बीमारी 45-50 साल के बाद समस्या देती है पर आजकल के दौर में बदलते खानपान और स्ट्रेस भरी लाइफ स्टाइल में इस बीमारी ने युवा उम्र के बीच भी अपना शिकंजा कस दिया है।
डायबिटीज और आंखों की रोशनी में खास कनेक्शन
हाल ही में एक रील सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जो कि डॉक्टर अमित कुमार सिन्हा का है। इस रील में डॉक्टर अमित बता रहे है कि Diabetes को हल्के में लेना काफी नुकसानदायक हो सकता है। डायबिटीज को अगर समय रहते कंट्रोल नहीं किया जाए तो आंखों की रोशनी जा सकती है और ये बीमारी रेटीना वेसल्स को इतना गंभीर नुकसान पहुंचाती है कि चाहे आँखें भी नई लगवा लेंगे तो भी दिखाई देने का कोई चांस नहीं बचता। डॉक्टर अमित ने बेहद आसान भाषा में समझाया है कि Diabetes और आंखों की रोशनी में खास कनेक्शन होता है जिसे कंट्रोल में रखना बेहद जरूरी है।
Diabetes में शुगर की मात्रा बढ़ने ब्लॉक हो जाती वैसल्स
Diabetes में शुगर की मात्रा बढ़ने वैसल्स ब्लॉक हो जाती है और छोटी छोटी पतली वैसल्स में बंटने लग जाती है। पतली वैसल्स अधिक प्रेशर नहीं झेल पाती और जरूरत के समय पर फट जाती है जिससे आंखों का रेटीना काम करना बंद कर देता है। यानी कि जो लोग ये मानते है कि 400-500 शुगर पहुंचने वाले लोग को कुछ नहीं हो रहा है तो हमें क्या होगा, वो बहुत बड़ी गलती कर रहे है।
डायबिटीज में शुगर टेस्ट नहीं कराया है तो तुरंत चेक कराए
डॉक्टर अमित का कहना है कि Diabetes में एक बार अगर रेटीना वैसल्स ब्लॉक होने के बाद फट गई तो चाहे आँखें बदल लें पर दिखाई कभी नहीं दे पाएगा। बड़े बुजुर्गों ने भी कहा है कि कोई भी बीमारी को शुरू में ही कंट्रोल कर लेना चाहिए वरना बाद में बड़ी मुसीबत झेलनी पड़ती है। तो यदि आपने भी शुगर टेस्ट नहीं कराया है तो तुरंत चेक कराए और अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। सफल जीवन के लिए उत्तम स्वास्थ्य सबसे जरूरी है और उसके लिए सेहत के लिए सजग रहना बेहद जरूरी है।