Fatty Liver: मेनोपॉज वह स्थिति जहां हर महिला को इससे गुजरना पड़ता है और इस दौरान हार्मोनल बदलाव की वजह से महिलाओं की लाइफस्टाइल में बदलाव देखने को मिलते हैं। क्या आपको पता है कि Menopause की वजह से आपका फैटी लिवर भी बढ़ सकता है। जी हां, मेनोपॉज और लिवर हेल्थ एक दूसरे से संबंधित होते हैं हालांकि कई दफा आप इसे इग्नोर करने की गलती करते हैं। कुछ लक्षणों को ध्यान में रखते हुए आप इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं कि क्या Menopause की वजह से Fatty Liver तो नहीं बढ़ रहा है।
Menopause के दौरान Fatty Liver की वजह से मिल सकते हैं ये संकेत
Dr. Supriya Joshi, MD ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो को शेयर करते हुए बताया कि इस दौरान हॉट फ्लैश, वेजाइनल ड्राइनेस, मूड में बदलाव, ब्लैडर की परेशानी और खराब नींद के साथ-साथ वजन का बढ़ना और पेट के निचले हिस्से में फैट्स का जमा होना सभी लक्षण शामिल है। इन लक्षणों को ध्यान में रखकर महिलाएं अपने लिवर का खास ख्याल रख सकती है। इंसुलिन के स्तर में गिरावट Fatty Liver मरीजों के 2.4 गुना जोखिम से ज्यादा है जो मेनोपॉज के दौरान है। इंसुलिन कम होने की वजह से नॉन अल्कोहलिक लिवर डिजीज होने का खतरा होता है।
Menopause के समय Fatty Liver में इन बातों को रखें ध्यान
डाइट में चीनी की मात्रा को कम करें
डॉक्टर के मुताबिक आप इस दौरान अपनी डाइट में चीनी की मात्रा को कम करें। चीनी खाना आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। मेनोपॉज के बाद फैटी लिवर को काफी हद तक बढ़ाने में चीनी ट्रिगर का काम करता है।
अल्कोहल से दूरी बनाए महिलाएं
इसके अलावा आप अल्कोहल से जहां तक हो सके दूरी बना ले। फैटी लिवर को बढ़ाने में अल्कोहल को सबसे बड़ी वजह के तौर पर देखा जाता है। ऐसे में आप शराब के सेवन से दूर रहें।
Menopause के बाद Fatty Liver में प्रोटीन का करें इस्तेमाल
मेनोपॉज और फैटी लिवर से पीड़ित महिलाएं प्रोटीन का सेवन कर सकती हैं क्योंकि यह आपके लिए इस दौरान जरूरी है।
एक्सरसाइज का रखें खास ख्याल
फैटी लिवर और Menopause से पीड़ित महिलाएं एक्सरसाइज को अपनी लाइफ स्टाइल में जरूर शामिल करें क्योंकि सेडेंटरी लाइफ़स्टाइल आपकी जिंदगी में जानलेवा साबित हो सकता है। स्ट्रेंथ ट्रेनिंग आपके लिए फायदेमंद होगा।
महिलाएं फैटी लिवर को लेकर ज्यादा परेशान ना हो क्योंकि आप डॉक्टर से परामर्श कर इस समस्या का हल ढूंढ सकते हैं।