Slip Disc: आजकल की भागदौड़ भरी लाइफस्टाइल में सेहत का ध्यान रखना बेहद चुनौती भरा काम है। थकावट और गलत खानपान से कई तरह की दिक्कतें झेलनी पड़ सकती है और ऐसे में आजकल लोगों को स्लीप डिस्क की समस्या की बहुत लोगों में देखी गई है। Slip Disc में कमर और पीठ के हिस्से में असहनीय दर्द होता है जिसका इलाज समय पर करना जरूरी है। कई बार ऐसा भी होता है कि दवाई आदि लेने के बाद स्लीप डिस्क का दर्द चला जाता है पर क्या ये एक परमानेंट इलाज है।
Slip Disc दर्द के लिए दवाइयों और एक्सरसाइज का सहारा लेते हैं
आम लोगों के अंदर ऐसे कई सवाल होते है जैसे कि पहले उन्हें स्लीप डिस्क की समस्या थी पर अब जा चुकी है लेकिन क्या ये वापस आ सकती है। ऐसे ही सवालों के जवाब लेकर आए है गाजियाबाद के नेहरू नगर स्थित यशोदा हॉस्पिटल के न्यूरोसर्जन पुनीत मालिक, जिन्होंने बेहद आसान तरीके से लोगों के सवालों के जवाब दिए है। डॉक्टर पुनीत का कहना है कि आमतौर पर लोग Slip Disc के दर्द के लिए दवाइयों और एक्सरसाइज आदि का सहारा लेते है और ये कुछ समय के लिए असरदार भी रहता है पर ऐसा बिल्कुल नहीं है कि ये दर्द दुबारा नहीं होगा। कई बार गलत पोस्चर और झटका लगने से स्लीप डिस्क का दर्द वापस आ सकता है।
नर्वस सिस्टम को डिस्टर्ब करती है Slip Disc
अब जानना ये भी जरूरी है कि स्लीप डिस्क का दर्द आखिर क्यों होता है। दरअसल इंसान की रीढ़ की हड्डी यानी स्पाइनल कॉर्ड में डिस्क की एक लेयर होती है जो इंसान की पीठ और कमर को फ्लेक्सिबल रखती है। अगर इनमें से कोई भी डिस्क अपनी जगह से हट जाए तो दर्द होना शुरू हो जाता है क्योंकि ये नर्वस सिस्टम को डिस्टर्ब करती है। दवाई , एक्सरसाइज आदि से दर्द टेंपररी तौर पर चला जाता है डिस्क वहीं रह जाती है। ऐसे में कभी भी दुबारा Slip Disc का दर्द वापस आ सकता है। ऐसे में इसका ठीक से इलाज करना बहुत जरूरी है क्योंकि ये समस्या टेंपररी इलाज से खत्म नहीं होगी बस कुछ समय के लिए आराम मिल सकता है।