IND vs NZ Champions Trophy 2025 Final: दुबई में होने वाले आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मैच को लेकर लोगों में उत्सुकता का माहौल है। इस आईसीसी इवेंट का फाइनल मैच रविवार को भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाएगा। हालांकि, क्रिकेट प्रेमियों के बीच IND vs NZ Champions Trophy 2025 Final के प्रबल विजेता को लेकर काफी चर्चा है। लोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसके बारे में पोस्ट करके अपनी पसंदीदा टीम का उत्साहवर्धन करने में लगे हुए हैं। इस बीच चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल मैच को लेकर सट्टा बाजार गर्म है।
IND vs NZ Champions Trophy 2025 Final पर 5 हजार करोड़ का सट्टा
अलग-अलग मीडिया रिपोर्ट्स ने सूत्रों के हवाले से खबर प्रकाशित की है कि IND vs NZ Champions Trophy 2025 Final मैच पर करीब 5,000 करोड़ रुपये का सट्टा लगाया गया है। रिपोर्ट में सट्टा गिरोहों पर नजर रखने वाले सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि भारत अंतरराष्ट्रीय सट्टेबाजों की पसंदीदा टीम बनी हुई है।
हालांकि, इन रिपोर्ट्स में कई चौंकाने वाली बातें भी सामने आई है। जिसमें सट्टा बाजार का सीधा संबंध दाऊद इब्राहिम के गिरोह ‘डी कंपनी’ से है। जो दुबई से इस अवैध गतिविधि को चलाता है। जानकारी हो कि भारत में ऑनलाइन सट्टा और जुआ प्रतिबंधित है। अगर कोई गेम यहां के नियमों का पालन नहीं करता है, तो उसे India में प्रतिबंधित कर दिया जाता है। हालांकि, देश में उन ऑनलाइन गेम को खेलने की इजाजत है, जिनमें किसी भी तरह का जुआ या सट्टा शामिल नहीं है।
Champions Trophy 2025 पर सट्टा खेलाने में गिरफ्तार
इधर, IND vs NZ Champions Trophy 2025 Final मैच से पहले पुलिस सट्टेबाजों के खिलाफ एक्शन मोड में है। जिसकी एक झलक राजधानी दिल्ली में देखने को मिली। इधर, दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कम से कम पांच बड़े सट्टेबाजों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इन सभी ने Champions Trophy सेमीफाइनल मैच पर सट्टा लगाया था। इनसे पूछताछ के बाद अब जांच सीधे दुबई पहुंच गई है। एक मामले में भारत-ऑस्ट्रेलिया चैंपियंस ट्रॉफी सेमीफाइनल मैच पर सट्टा लगाने के आरोप में परवीन कोचर और संजय कुमार नाम के दो सट्टेबाजों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने Champions Trophy 2025 सटोरिया गिरोह का किया भंडाफोड़
रिपोर्ट में कहा गया है कि परवीन कोचर ने lucky.com नाम की एक सट्टेबाज़ी वेबसाइट से एक मास्टर आईडी खरीदी थी। वे इसका इस्तेमाल सट्टेबाज़ी आईडी बनाने में करते थे। इसके बाद परवीन कोचर सट्टेबाज़ी आईडी को बुकियों को बेचते थे। रिपोर्ट में कही गई बातों पर अगर यकीन किया जाए तो सिंडिकेट हर ट्रांजेक्शन पर 3 प्रतिशत कमीशन लेता था।
IND vs NZ Champions Trophy 2025 Final व अन्य मैच के लिए ऑफलाइन सट्टे के लिए आरोपी फोन कॉल का इस्तेमाल करते थे। वे सट्टे के रेट के आधार पर नोटपैड में एंट्री करते थे। सूत्रों ने बताया कि परवीन कोचर पिछले दो साल से सट्टेबाज़ी के धंधे से जुड़ा हुआ है। वह लंबे समय से इसके संचालन में सक्रिय है। हालांकि पुलिस उस पर और गिरोह पर कड़ी नज़र रख रही है। सूत्रों की मानें तो आने वाले दिनों में इस मामले में दुबई समेत कई शहरों से कई और सटोरियों की गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
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