Lakhimpur Viral Video: राजधानी लखनऊ से सटा लखीमपुर सोशल मीडिया पर चर्चा का केन्द्र बना हुआ है। इसकी प्रमुख वजह है थाना मझगई के वांछित अभियुक्त रामचंद्र उर्फ लालता की मौत। लखीमपुर वायरल वीडियो का संज्ञान लेकर खीरी पुलिस ने अपना पक्ष रखा है। पुलिस के मुताबिक वांछित अभियुक्त अवैध शराब बनाने से जुड़े मामलों में लिप्त था। जिसके बाद पुलिस उसे पकड़ने पहुंची और वो भागते समय गिरकर बेहोश हुआ। इसके बाद संदिग्ध परिस्थितियों में शख्स की मौत हो गई है।
लखीमपुर पुलिस से ठीक उलट मृतक के परिजन पुलिस कस्टडी में मौत की बात कह रहे हैं। इस प्रकरण से जुड़ा वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है जिसमें धौरहरा सीओ पीपी सिंह तल्ख अंदाज में मृतक के परिजनों से बात करते देखे जा सकते हैं। Lakhimpur Viral Video को लेकर अब चर्चाओं का बाजार गर्म है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भी लखीमपुर से जुड़े इस प्रकरण और सीओ के तल्ख अंदाज पर कड़ा प्रहार बोला है।
Lakhimpur Viral Video सीओ के तल्ख अंदाज पर Akhilesh Yadav का प्रहार
सपा मुखिया अखिलेश यादव लखीमपुर वायरल वीडियो प्रकरण का संज्ञान लेते हुए सीओ के तल्ख अंदाज पर कड़ा प्रहार बोला है।
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Akhilesh Yadav के एक्स हैंडल से एक वीडियो जारी किया गया है। वीडियो में धौरहरा सीओ पीपी सिंह मृतक रामचंद्र से परिजनों से बातचीत करते नजर आ रहे हैं. सहसा सीओ साहब परिजनों पर भड़क उठते हैं और कहते हैं “ना तो मझगई थाना सस्पेंड हो, ना निघासन थाना सस्पेंड हो और ना तुझे 30 लाख रुपए दें। तेरे पे जितने दिन रखना है, रख ले डेडबॉडी को। हम यहां से जा रहे हैं। 3 दिन, 4 दिन जब तक रखना हो रख लो।” Lakhimpur Viral Video में सीओ पीपी सिंह के इस तल्ख अंदाज को स्पष्ट देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहे इस वीडियो को अखिलेश यादव के हैंडल से जारी करते हुए यूपी सरकार पर निशाना साधा गया है।
लखीमपुर प्रकरण में प्रशासन का पक्ष
पुलिस कस्टडी या संदिग्ध परिस्थिति, आखिर कैसे मौत की भेंट चढ़ा रामचंद्र? इस सवाल का जवाब देना अभी जल्दबाजी होगी। फिलहाल दोनों पक्षों की बात करें तो पुलिस इसे संदिग्ध परिस्थिति में हुई मौत बता रही है। वहीं मृतक के परिजनों का आरोप है कि रामचंद्र की मौत पुलिस कस्टडी में हुई है। अपर पुलिस अधीक्षक खीरी (पूर्वी) ने स्पष्ट किया है कि मृतक रामचंद्र थाना मझगई क्षेत्रान्तर्गत गैंगस्टर एक्ट के अभियोग में वांछित अभियुक्त था।
अवैध शराब बनाने से जुड़े मामले में जांच करने पहुंची पुलिस को देख वो भागने लगा। इसी दौरान वो बेहोश होकर गिर गया। आरक्षियों ने तीन अन्य आरोपियों के साथ रामचंद्र को सीएचसी निघासन पहुंचाया जहां संदिग्ध परिस्थिति में चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अपर पुलिस अधीक्षक का कहना है कि मृतक के परिजनों द्वारा लगाए आरोपों की जांच की जा रही है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद आवश्यक विधिक कार्रवाई की जाएगी।