Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेने के बाद से ही डोनाल्ड ट्रंप एक्शन मोड में नजर आ रहे है। बता दें कि ट्रंप ने अमेरिका की संसद को संबोधित करते हुए कई बड़े ऐलान किए, वहीं भारत को लेकर भी Donald Trump ने बड़ा ऐलान किया, जिसके बाद हड़कंप सा मच गया। वहीं कई विशेषज्ञों का मानना है कि दुनिया में ट्रेड वॉर की शुरूआत हो चुकी है। आपको बता दें कि अगले महीने यानि 2 अप्रैल 2025 से डोनाल्ड ट्रंप ने भारत में भी Reciprocal Tariffs लगाने का ऐलान कर दिया है, वहीं अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या यह भारत और PM Modi के लिए तगड़ा झटका हो सकता है, आईए समझते है पूरा समीकरण
Donald Trump ने भारत में भी Reciprocal Tariffs लगाने का किया ऐलान
अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि “अन्य देशों ने दशकों से हमारे खिलाफ टैरिफ का इस्तेमाल किया है और अब हमारी बारी है कि हम उन अन्य देशों के खिलाफ उनका इस्तेमाल शुरू करें। औसतन, यूरोपीय संघ, चीन, ब्राज़ील, भारत और अनगिनत अन्य देश हमसे हमसे बहुत अधिक टैरिफ वसूलते हैं, यह बहुत अनुचित है। भारत हमसे 100% ऑटो टैरिफ वसूलता है।
यह प्रणाली अमेरिका के लिए उचित नहीं है, यह कभी नहीं थी। 2 अप्रैल को, पारस्परिक टैरिफ शुरू हो जाता है और वे हम पर, अन्य देशों पर जो भी टैरिफ लगाते हैं, हम उन पर टैरिफ लगा देंगे। वे हम पर जो भी टैक्स लगाते हैं, हम उन पर टैक्स लगाएंगे। यदि वे हमें अपने बाजार से बाहर रखने के लिए गैर-मौद्रिक टैरिफ लगाते हैं, तो हम उन्हें अपने बाजार से बाहर रखने के लिए गैर-मौद्रिक बाधाएं लागू करेंगे”।
Reciprocal Tariffs लगने से भारत पर कितना पड़ेगा असर
क्या होता है रेसिप्रोकल टैरिफ? अगर आसान भाषा में कहे तो इसका सीधा मतलब होता है ‘जैसा का तैसा’, अगर कोई दूसरे देश पर 30 फीसदी का आयात शुल्क लगाता है तो दूसरा देश भी उस देश पर 30 फीसदी का आयात शुल्क लगाएगा। इसे ही हम रेसिप्रोकल टैरिफ या पारस्परिक टैरिफ कहते है, वहीं अब Donald Trump आगामी 2 अप्रैल से भारत पर भी टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया है, कई एक्सपर्ट का मानना है कि इससे भारत को आयात शुल्क ज्यादा देना पड़ सकता है, जिससे भारत की अर्थव्यवस्था पर सीधा असर पड़ सकता है।
अमेरिकी अर्थव्यवस्था को लेकर क्या बोले Donald Trump
एक संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि, “हमें पिछले प्रशासन से एक आर्थिक तबाही और मुद्रास्फीति का दुःस्वप्न विरासत में मिला। उनकी नीतियों ने ऊर्जा की कीमतों को बढ़ा दिया।
लाखों अमेरिकी लोगों के लिए जीवन की आवश्यकताओं को पहुंच से बाहर कर दिया। हमने 48 वर्षों में सबसे खराब मुद्रास्फीति का सामना किया। राष्ट्रपति के रूप में, मैं इस नुकसान को दूर करने और अमेरिका को फिर से किफायती बनाने के लिए हर रोज लड़ रहा हूं।” गौरतलब है कि राष्ट्रपति बनने के बाद से ही Donald Trump लगातार एक्शन मोड में नजर आ रहे है।