गुरूवार, मई 2, 2024
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Punjab News: भड़ौंजिया गांव के रहने वाले कर्नल मनप्रीत की शहादत से पसरा मातम, नम आंखों से लोग कर रहें बहादुरी के चर्चे

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Punjab News: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में बीते दिन आतंकियों के साथ हुए मुठभेड़ में कर्नल मनप्रीत सिंह (41) भी शहीद हो गए। कर्नल मनप्रीत मूल रुप से पंजाब (Punjab) के मोहाली जिले के गांव भड़ौंजिया के रहने वाले थे। उनके शहादत की खबर जैसे ही उनके गांव़ तक पहुंची कि चारो-तरफ सन्नाटा छा गया। गांव भड़ौंजिया ने कर्नल मनप्रीत के रुप में अपने बेटे को खो दिया था। इसके बाद से कर्नल मनप्रीत के गांव भड़ौंजिया से चीख-पुकार और रोने का दृश्य सामने आया।

हालाकि इसके इतर पंजाब (Punjab) के इस वीर बेटे की शहादत को लेकर खूब बाते की जा रही हैं। उनके गांव से लेकर देश के हर हिस्से में उनकी वीरता के चर्चे हो रहे हैं।

परिवार को अपने बेटे पर गर्व है

यूं तो वीर सैनिकों के शहादत से देश का हर नागरिक दुखी है। इस क्षण में उनके परिजनों का क्या हाल होगा इसकी कल्पना कर पाना भी मुश्किल है। शहीद कर्नल मनप्रीत सिंह की मां मनजीत कौर का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं पत्नी जगमीत कौर भी अपार पीड़ा को सह रही हैं। मां ने अपने बेटे को खोया है तो वहीं कर्नल मनप्रीत सिंह की पत्नी ने अपने पति को खोया है। इस क्रम में पूरा परिवार इस वक्त दुख की घड़ी में है। फिर भी परिवार को अपने उस वीर बेटे पर जरुर गर्व होगा जिसने देश की सुरक्षा के लिए न जानें कितने सफल मिशन किए थे और देश की रक्षा की थी। कर्नल मनप्रीत सिंह की पत्नी जगमीत कौर एक शिक्षिका हैं। वो अपने 7 साल के बेटे कबीर और ढाई साल की बेटी वाणी के साथ रहती हैं। कर्नल मनप्रीत सिंह की शहादत से निश्चित ही उनके परिजनों को पीड़ा हुई है पर उन्हें कहीं ना कहीं गर्व होगा कि उनके बेटे ने देश की रक्षा के लिए अपनी शहादत दी है।

कर्नल मनप्रीत सिंह का कैरियर

पंजाब के मोहाली जिले के गांव भड़ौंजिया के रहने वाले कर्नल मनप्रीत सिंह 2003 में सेना में लेफ्टिनेंट कर्नल बने थे। इसके बाद से उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और फिर उन्हें 2005 में कर्नल के पद पर पदोन्नति मिली। अपने इस कैरियर में कर्नल मनप्रीत सिंह ने कई सारे सफल ऑपरेशन किए और देश की रक्षा में अपना अहम योगदान दिया। उनके इस बहादुरी को देखते हुए उन्हें 2019 से 2021 के कार्यकाल के दौरान सेना में सेकंड इन कमांड के तौर पर तैनात किया गया था। इसके बाद से मनप्रीत को कमांडिंग अफसर के रूप में तैनात कर दिया गया था।

आज शाम तक पहुंच सकता है पार्थिव शरीर

बता दें कि अनंत नाग में शहीद हुए वीर सैनिक मनप्रीत सिंह का पार्थिव शरीर आज देर शाम तक उनके पैतृक गांव पहुंच सकता है। इस क्रम में कहा जा रहा है कि अगर इसमें देरी हुई तो इनका अंतिम संस्कार कल यानी शुक्रवार को हो सकता है।

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Gaurav Dixit
Gaurav Dixithttp://www.dnpindiahindi.in
गौरव दीक्षित पत्रकारिता जगत के उभरते हुए चेहरा हैं। उन्होनें चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से अपनी पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त की है। गौरव राजनीति, ऑटो और टेक संबंघी विषयों पर लिखने में रुची रखते हैं। गौरव पिछले दो वर्षों के दौरान कई प्रतिष्ठीत संस्थानों में कार्य कर चुके हैं और वर्तमान में DNP के साथ कार्यरत हैं।

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