UP News: ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड(AIMPLB) के अध्यक्ष हजरत मौलाना राबे हसनी नदवी साहब का कल गुरुवार 12 अप्रैल 2023 को निधन हो गया। वह 93 साल के थे और काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे। उनको निमोनिया और सांस में तकलीफ की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कुछ दिनों पहले उन्हें इलाज के लिए रायबरेली से लखनऊ शिफ्ट किया गया था।
जानें कौन थे राबे हसन नदवी
हजरत मौलाना राबे हसनी नदवी एक इस्लामिक विद्वान थे। जिनका जन्म अक्टूबर 1929 में रायबरेली में हुआ था। दारुल उलूम नदवतुल उलमा के प्रमुख चांसलर और अलामी रबीता अदब ए इस्लामी, रियाद के कुलपति थे। नदवी ने अपनी प्राथमिक शिक्षा परिवार मकतब से प्राप्त की थी। उसके बाद उच्च शिक्षा के लिए दारुल उलूम नदवतुल उलमा में शामिल हो गए। वह पिछले 6 बार से ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष थे। आज उन्होंने अपनी अंतिम सांस लखनऊ के डालीगंज स्थित नदवा मदरसे में ली।
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अपनी बेबाकी के लिए थे विख्यात
मौलाना राबे हसनी अपनी बेबाकी के लिए जाने जाते थे। वो जब भी मजलिसों में शामिल होते थे तो अपनी बेबाक राय रख देते थे। एक बैठक में तो उन्होंने अफसोस जाहिर करते हुए कह दिया था कि इस्लाम को मानने वालों को हलाल और हराम का ध्यान रखना चाहिए। लेकिन मुसलमानों ने सामाजिक मामलों की उपेक्षा कर इस्लाम को सिर्फ नमाज तक सीमित कर दिया है। जबकि इस्लाम जीवन के सभी पहलुओं पर हमारा मार्गदर्शन करता है।
जानें उनकी उपलब्धियां
मौलाना राबे हसनी नदवी को 1993 में दारुल उलूम नदवतुल उलेमा का मुहतमिम नियुक्त किया गया। इसके बाद उनको 1999 में नदवा का चांसलर नियुक्त किया गया। 2002 में उन्हें ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का अध्यक्ष तब चुना गया जब हैदराबाद के हजरत मौलाना काजी मुजाहिदुल इस्लाम कासमी के निधन के बाद सर्वसम्मति से चुना गया।
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