Waqf Amendment Bill: विपक्ष ने वक्फ (संशोधन) विधेयक के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया है। वहीं दूसरी ओर आज ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के बैनर तले दिल्ली के जंतर-मंतर पर इस बिल के खिलाफ धरना प्रदर्शन होने जा रहा है। इसमें देश के कई मुस्लिम संगठनों और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों के शामिल होने की उम्मीद है। साथ ही कई विपक्षी सांसद भी इस विरोध प्रदर्शन का हिस्सा बनने जा रहे हैं। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने मंगलवार को ही इस बारे में जानकारी साझा की है। विस्तृत जानकारी साझा करते हुए बोर्ड के प्रवक्ता सैयद कासिम रसूल इलियास ने लिखा कि Waqf Amendment Bill के खिलाफ आयोजित धरना प्रदर्शन में भाजपा के सहयोगियों को आमंत्रित नहीं किया गया है। जिसमें तेलुगु देशम पार्टी और जनता दल यूनाइटेड जैसे भाजपा सहयोगियों का नाम शामिल है।
Waqf Amendment Bill पर JPC अध्यक्ष का बयान
इस मुद्दे पर समाचार एजेंसी एएनआई ने जेपीसी के अध्यक्ष और भाजपा सांसद जगदंबिका पाल से बात की है। जिसकी कुछ बातें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शेयर की गई हैं। समाचार एजेंसी एएनआई ने एक्स पर लिखा कि, ”ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड द्वारा Waqf Amendment Bill 2024 के खिलाफ 17 मार्च को विरोध प्रदर्शन करने पर, JPC के अध्यक्ष और भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने कहा, “संयुक्त संसदीय समिति और वक्फ ने इस संशोधन के बाद AIMPLB को पूरी समिति के समक्ष बुलाया था। हमने समिति के समक्ष AIMPLB द्वारा उजागर की गई बातों का संज्ञान लिया था। इतना ही नहीं, हमने इसे अपनी रिपोर्ट का हिस्सा भी बनाया…तो वे दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन क्यों करने जा रहे हैं?”
जगदंबिका पाल आगे कहते हैं, “संशोधन के बाद एक बेहतर कानून बनने जा रहा है… इससे गरीबों, महिलाओं, विधवाओं और बच्चों को भी फायदा होगा… अगर वे इस Waqf Amendment Bill का विरोध करने जा रहे हैं, तो कहीं न कहीं वे देश के लोगों में नफरत पैदा करने और संसद के कानून बनाने के अधिकार को चुनौती देने की कोशिश कर रहे हैं… वे लोगों को भ्रमित करने और मतभेद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं… उनके द्वारा उठाया गया यह कदम लोकतांत्रिक नहीं है…”
Waqf Amendment Bill पर छिड़ा संग्राम
मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड को वक्फ (संशोधन) विधेयक का विरोध करने पर क्यों मजबूर होना पड़ रहा है? इस पर AIMPLB के प्रवक्ता इलियास कहते हैं, “हमें उम्मीद थी कि संसद की संयुक्त समिति हमारे सुझावों पर विचार करेगी। लेकिन न तो हमारी राय पर विचार किया गया और न ही विपक्षी दलों द्वारा प्रस्तावित संशोधनों को शामिल किया गया।” दूसरी ओर, सत्ता पक्ष का कहना है, “हमने समिति के समक्ष AIMPLB द्वारा उठाए गए बिंदुओं का संज्ञान लिया। इतना ही नहीं, हमने इसे अपनी रिपोर्ट का हिस्सा भी बनाया… तो फिर वे Waqf Amendment Bill के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना क्यों देने जा रहे हैं?”