सोमवार, अप्रैल 29, 2024
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Joshimath दौरे से लौट CM Dhami ने लगाई निर्माण कार्यों पर रोक, बोले-पहाड़ों की सहनशक्ति क्षमता जांचेंगे

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Uttarakhand News: उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित शहर जोशीमठ (ज्योतिर्मठ) को लेकर खूब खबरें बनती हैं। जोशीमठ की सुंदरता कुछ इस कदर है कि प्रति वर्ष लाखों की संख्या में सैलानी यहां घूमने आते हैं।

Uttarakhand News: सरकार के इस कदम से लाखों लोगों को मिलेगी राहत, जानें कैसे घर बैठे हो सकेगी जमीनों की रजिस्ट्री

Uttarakhand News: उत्तराखंड में वर्चुअल रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को सरकार के कैबिनेट मीटिंग में मंजूरी दे दी गई है। समाचार एजेंसी एएनआई द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार अब लोग घर बैठे ही वर्चुअल रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया के तहत अपने जमीनों की रजिस्ट्री करा सकेंगे।

CM Dhami banned construction: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तत्काल प्रभाव से सभी पहाड़ी नगरों में निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी है। उन्होंने सुनिश्चित किया कि सभी पहाड़ों की पहले सहनशक्ति क्षमता का आंकलन करने के पश्चात ही कोई नियोजित निर्माण की नीति अपनाई जाएगी।
जोशीमठ भूधंसाव से चिंतित उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ के दौरे से लौटकर सबसे पहले राज्य के उच्चाधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई और ये सुनिश्चित किया कि सबसे पहले सभी पहाड़ी नगरों में चल रहे बड़े निर्माण कार्यों पर रोक लगाई जाए और योजनाबद्ध तरीके से पहाड़ों की सहनशक्ति क्षमता का परीक्षण कराया जाए। ये ज्ञात किया जाए कि कौन से पहाड़ी नगर अपनी सहनशक्ति क्षमता पार कर चुके हैं। जिन नगरों की क्षमता समाप्त पाई जाएगी। वहां किसी भी नए निर्माण पर सुव्यवस्थित रोक लगा दी जाएगी।

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जानें किन कारणों से हो रहा भूधंसाव


कई भूविज्ञानियों का मानना है कि जोशीमठ भूधंसाव अनियोजित तथा अनियंत्रित निर्माण का कारण है। देश की बढ़ती जनसंख्या का दबाब धीरे धीरे प्राकृतिक संसाधनों के साथ साथ नगरों और पहाड़ों पर भी समान रूप से पड़ रहा है। जिसके कारण मैदानी शहरों की भांति पहाड़ी नगरों की तरफ बढ़ती लोगों की भीड़ के कारण आवश्यक मूलभूत आधारभूत सुविधाओं को भी अचानक जुटाने की अनियोजित निर्माण कार्यों ने प्राकृतिक संतुलन बिगाड़ दिया है। जोशीमठ की ही भांति राज्य के लगभग सभी नगरों की स्थिति एक जैसी हो गई है। उत्तरकाशी का भटवाड़ी हो अथवा नैनीताल, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ का धारचूला, पौड़ी, बागेश्वर का कुंवारी गांव हो कई नगर जोशीमठ जैसे ही भू-धंसाव और भूस्खलन की स्थिति में हैं।
जोशीमठ नगर भी अंधाधुंध होटल, भवनों, परियोजनाओं के अनियंत्रित-अनियोजित निर्माण से अपनी सहनशक्ति क्षमता को पार कर चुका है। जिसका दुष्परिणाम ही इस भूधंसाव का कारण बना है।


राज्य सरकार उठाएगी कुछ बड़े कदम


सीएम धामी ने स्पष्ट किया है सभी पहाड़ों की पहले सहनशक्ति क्षमता का आंकलन करने के पश्चात ही विकास के लिए पूरे अध्ययन के साथ एक समग्र नीति बनाई जाएगी। इसके साथ ही अब पहाड़ी नगरों की सीवेज और निस्तारण व्यवस्था का व्यवस्थित निर्माण करने की योजना तैयार की जाएगी।

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Hemant Vatsalya
Hemant Vatsalyahttp://www.dnpindiahindi.in
Hemant Vatsalya Sharma DNP INDIA HINDI में Senior Content Writer के रूप में December 2022 से सेवाएं दे रहे हैं। उन्होंने Guru Jambeshwar University of Science and Technology HIsar (Haryana) से M.A. Mass Communication की डिग्री प्राप्त की है। इसके साथ ही उन्होंने Delhi University के SGTB Khalasa College से Web Journalism का सर्टिफिकेट भी प्राप्त किया है। पिछले 13 वर्षों से मीडिया के क्षेत्र से जुड़े हैं।

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