Vitamin D: हमारे शरीर के लिए विटामिन डी किस कदर जरूरी है यह बताने की जरूरत नहीं है क्योंकि ये हड्डियों को मजबूत बनाने के साथ-साथ इम्यूनिटी सिस्टम को स्ट्रांग करने और हमारी गुड हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद है। क्या आप जानते हैं कि Vitamin D का डोज लेते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। अगर विटामिन डी की मात्रा को लेकर आप नहीं जानते हैं तो डॉक्टर प्रियंका सेहरावत ने एक वीडियो को शेयर करते हुए इस बारे में लोगों को मुख्य जानकारी दी है। आइए जानते हैं एम्स की न्यूरोलॉजिस्ट ने क्या कहा Vitamin D Dosage को लेकर।
डिफिशिएंसी ना होने पर विटामिन डी लेने से परहेज करें लोग
विटामिन डी डोज को लेकर बहुत सारे लोगों में कंफ्यूजन होता है कि कितना डोज में लेना चाहिए। एम्स डॉक्टर कहती है कि सबसे पहली चीज Vitamin D का फैट सॉल्युबल होता है तो ऐसे में बिना डिफिशिएंसी के लगातार नहीं लेना चाहिए। अगर आपके शरीर में विटामिन डी की कमी नहीं है तो आपको इसे कंट्रोल करने से बचना चाहिए। डॉक्टर से पूछ कर या चेकअप करवा कर ही लेना है। अगर आपके शरीर में विटामिन डी की कमी है तो आप इसके लिए विटामिन डी सैकेट, कैप्सूल या नैनो शॉट के फॉर्म में ले सकते हैं।
Vitamin D Dosage को लेकर क्या कहती है डॉक्टर
डॉ प्रियंका सेहरावत कहती है कि 60000 यूनिट हर हफ्ते आपको लेने हैं और ऐसा 8 हफ्ते तक लगातार करना है। वहीं इसके बाद आप 60000 यूनिट हर महीने के हिसाब से अगले 6 महीने तक ले सकते हैं। 8 महीने का कोर्स है और अगर आप इस फॉर्म में इसे लेते हैं तो इसका फायदा भी आपको देखने को मिल सकता है। अगर आप इसमें जरा भी लापरवाही करते हैं तो इसका असर नहीं मिलेगा।
खाना खाने से पहले या बाद में लें Vitamin D
डॉक्टर की माने तो विटामिन डी हमेशा किसी मील के बाद में लेने के लिए कहा जाता है क्योंकि यह फैट को अब्जॉर्ब करता है। ऐसे में खाना खाने के बाद ही विटामिन डी अब्जॉर्ब हो पाता है ना कि खाली पेट में। खाली पेट में इसे खाने से कोई भी फायदा नहीं होता है। बता दे कि विटामिन डी हमारे शरीर के हड्डियों के साथ-साथ दांत, स्किन और इम्यूनिटी सिस्टम के साथ-साथ हार्ट हेल्थ के लिए भी जरूरी है। इसे आप अपनी डाइट और सप्लीमेंट्स के जरिए ले सकते हैं।