JD Vance: इन दिनों मौजूदा अमेरिकी शासन व्यवस्था के किस्से दुनिया भर में चर्चा का केंद्र हैं। कभी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले मीडिया में सुर्खियां बटोर रहे हैं तो कभी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के बयान पर बहस छिड़ जा रही है। कुल मिलाकर अमेरिका क्या चाहता है, इस पर अपना रुख साफ नहीं रख पा रहा है। इसके पीछे वजह चाहे जो भी हो, लेकिन Green card holders को दी जाने वाली सुविधा और उनसे जुड़े नियमों को लेकर फिलहाल लिए जा रहे फैसले अमेरिका की अस्थिर आंतरिक आर्थिक स्थिति की खबरों को जन्म दे रहे हैं।
हालांकि अमेरिका सार्वजनिक रूप से यह कहने से बच रहा है, लेकिन पैसों के पीछे भागती Donald Trump की नजरें यह बताने के लिए काफी हैं कि देश भविष्य के आर्थिक डर के साये से बाहर आने की कोशिश कर रहा है। दूसरी तरफ अमेरिकी ग्रीन कार्ड धारकों के लिए एक नई मुसीबत आ गई है। जिसकी एक झलक उपराष्ट्रपति JD Vance के ताजा बयान में देखी जा सकती है।
Green Card Holders को लेकर बड़ा अपडेट
इंडिया टूडे ने एक रिपोर्ट में अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के बयानों के कुछ अंश को लिखा है। जिसमें कहा गया है कि ”अमेरिकी उपराष्ट्रपति के अनुसार संयुक्त राज्य अमेरिका में ग्रीन कार्ड धारकों को देश में अनिश्चित काल तक रहने का अधिकार नहीं है और उन्हें प्रशासन के विवेक पर निर्वासित किया जा सकता है। उनकी यह टिप्पणी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा ‘Trump Gold Card‘ के लिए जोर दिए जाने के बीच आई है, जो एक नया निवेशक वीजा कार्यक्रम है, जो विदेशियों को देश में $5 मिलियन का निवेश करके अमेरिकी नागरिकता प्राप्त करने की अनुमति देता है।”
JD Vance ने Green Card Holders को लेकर कह दी ये बातें
वहीं, फॉक्स न्यूज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अमेरिकी उपराष्ट्रपति JD Vance के बयान के कुछ अंश साझा किए और पोस्ट के कैप्शन में लिखा,”मुझे लगता है कि हम निश्चित रूप से कुछ लोगों को छात्र वीजा पर निर्वासित होते देखेंगे यदि हम यह निर्धारित करते हैं … कि उन्हें हमारे देश में रखना संयुक्त राज्य अमेरिका के सर्वोत्तम हित में नहीं है।” उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने एक विशेष साक्षात्कार के दौरान यू.एस. में Green card holders और छात्र वीजा धारकों पर व्हाइट हाउस के “सरल” रुख पर चर्चा की।”