Amarnath Yatra 2025: दिन दूर नहीं जब कश्मीर की घाटियों में एक बार फिर श्रद्धालुओं का जत्था उमड़ेगा। इसकी खास वजह अमरनाथ यात्रा 2025 का शुरू होना है। पवित्र अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होगी। इससे पहले सीएम उमर अब्दुल्ला, एलजी मनोज सिन्हा, फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती समेत अन्य कई गणमान्य लोग सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने में जुटे हैं। पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने भी आज फारूक अब्दुल्ला के बाद ये कह दिया है कि श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए आम कश्मीरी भी बेताब है। Amarnath Yatra 2025 शुरू होने से पूर्व घाटी की स्थिति का जिक्र करते हुए PDP चीफ ने कहा है कि स्थानीय लोगों को श्रद्धालुओं की सुरक्षा करनी है, ताकि यात्रा अच्छी तरह से हो सके। उसके बाद लोगों का भरोसा फिर से कायम होगा और जम्मू-कश्मीर में पर्यटन शुरू हो सकेगा।
पवित्र Amarnath Yatra 2025 से पूर्व PDP चीफ ने संभाला मोर्चा!
पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने आज मीडिया से बात करते हुए अमरनाथ यात्रा 2025 से जुड़ी तैयारियों का जिक्र किया। PDP चीफ ने बताया कि “बैसरन में हुई घटना के बाद स्थिति बदल गई। पर्यटन अचानक बंद हो गया और उसके कारण पहलगाम के 10000 घोड़ा मालिक, स्थानीय होटल व्यवसायी, दुकानदार, टैक्सी चालक, ऑटो चालक और सूमो चालक बहुत बुरे हाल में हैं। अमरनाथ यात्रा 2025 शुरू होने वाली है। इसलिए, मैंने अमरनाथ यात्रा के मार्ग पर काम करने वाले सभी कर्मचारियों को बुलाया। मैंने उनसे कहा कि पहलगाम के स्थानीय लोगों को Amarnath Yatra 2025 की सुरक्षा करनी है, ताकि सब अच्छी तरह से हो सके। उसके बाद लोगों का भरोसा फिर से कायम होगा और पर्यटन फिर से शुरू हो जाएगा।”
पीडीपी चीफ ने आगे कहा है कि “मैंने सरकार और राज्यपाल से पहलगाम में बंद किए गए पार्कों को फिर से खोलने का भी आग्रह किया, ताकि यहां आने वाले कश्मीर के स्थानीय पर्यटक इन जगहों पर जा सकें। मैं उन लोगों से भी आग्रह करता हूं जो श्राइन बोर्ड की व्यवस्था देखते हैं। आपने कहा कि एक व्यक्ति एक ही घोड़ा लेकर आएगा, लेकिन हर घोड़ा मालिक को एक घोड़ा लाना है। पहलगाम में दो से ज़्यादा घोड़े हैं। इसलिए, मैं आपसे फ़ैसले में बदलाव करने और घोड़ा मालिकों को इस यात्रा में जितने घोड़े हैं, उतने लाने की अनुमति देने की आग्रह करती हूँ। हम चाहते हैं कि अमरनाथ यात्री आएं, उनका स्वागत वैसे ही किया जाएगा जैसे कश्मीरियों ने सालों से उनका स्वागत किया है। वे सुरक्षित रूप से यहाँ आएँगे और सुरक्षित रूप से वापस जाएँगे।”
अमरनाथ यात्रा को लेकर जम्मू-कश्मीर सरकार ने कसी कमर!
केन्द्र के साथ जम्मू-कश्मीर सरकार ने भी पवित्र अमरनाथ यात्रा 2025 को लेकर कमर कस ली है। सीएम उमर अब्दुल्ला लगातार स्थिति की निगरानी में जुटे हैं। इसके अलावा केन्द्रिय एजेंसियां भी पहलगाम आतंकी हमले के बाद अलर्ट पर हैं। केन्द्र व J&K सरकार पूरी कोशिश में जुटी है कि 3 जुलाई से 9 अगस्त तक चलने वाली Amarnath Yatra 2025 सुचारु रूप से संपन्न हो और श्रद्धालु सुगमता के साथ अपना सफर पूरा करें।