शुक्रवार, मई 10, 2024
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Mustard Oil Side Effects: OMG! सरसों के तेल से हो सकता है कैंसर, जानिए फायदे के साथ कैसे पहुंचाता है नुकसान

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Mustard Oil Side Effects: सरसों के दाने हो या सरसों का तेल लगभग हर भारतीय घर में इसका इस्तेमाल किया जाता है। उत्तर भारत में सरसों के तेल का इस्तेमाल खाना बनाने में किया जाता है। वही सरसों के तेल का इस्तेमाल अलग-अलग तरह का खाना बनाने में किया जाता है। साथ ही सरसों के तेल का इस्तमाल छोटे बच्चों की मालिश में भी किया जाता है। वहीं बहुत से लोग बालों में सरसों का तेल लगाना लाभकारी मानते हैं। सरसों के तेल के इस्तेमाल को फार्च्यून रिफाइंड तेल के इस्तेमाल से बेहतर माना जाता है।

लंग्स कैंसर जैसी बड़ी समस्याओं का खतरा

सरसों के तेल में मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। साथ ही इसमें भरपूर मात्रा में ओमेगा 3 फैटी एसिड पाए जाते हैं। इसके बावजूद भी क्या आप जानते हैं कि सरसों का तेल सेहत के लिए बेहद हानिकारक होता है। सरसों के तेल के इस्तेमाल से लंग्स कैंसर जैसी बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। सरसों तेल में ऐसे नाम का एसिड पाया जाता है। वह फेफड़ों को काफी नुकसान पहुंचाता है। दरअसल अपर रेस्पिरेट्री सिस्टम को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार लंबे वक्त तक सेवन करने से फेक रूम में कैंसर की समस्या उत्पन्न हो सकती है।

हार्ट डिजीज

स्वास्थ्य विशेषज्ञों की माने तो सरसों तेल के इस्तेमाल से हार्ट डिजीज भी हो सकते हैं। आपको बता दें कि, सरसों के तेल में एसिड पाया जाता है जो आपके दिल के स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक होता है। सरसों के अधिक उपयोग से मायोकार्डिया हृदय के फैटी डीजेनरेशन के रूप में जाने जाने वाली चिकित्सा स्थिति उत्पन्न हो सकती है। जिसमें ट्राइग्लिसराइड्स के निर्माण के कारण हृदय की मांसपेशियों में मायोकार्डिया विकसित होता है। हृदय की मांसपेशियों को काफी नुकसान पहुंचा सकता है।

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एलर्जी

फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन की मानें तो हर साल लगभग 30000 अमेरिकियों को गंभीर फूड एलर्जी की इमरजेंसी में इलाज किया जाता है। जिनमें से कम से कम 200 लोग अपनी जान गवा देते हैं। फसलों की एलर्जी अधिक ध्यान देने वाली बात है। कि सरसों के तेल से गंभीर एलर्जी होती है इसके सेवन से हिस्टामाइन में भी हो सकती है।

गर्भपात का खतरा

डॉक्टरों के अनुसार गर्भवती महिलाओं को सरसों के तेल का काली सरसों के सेवन से बचना चाहिए क्योंकि इसमें कुछ रासायनिक यौगिक होते हैं। उनके लिए काफी हानिकारक माने जाते हैं। यूरोपियन जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार सरसों में मौजूद रसायन गर्भपात का कारण हो सकता है।

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डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल जानकारी के रूप में लें। DNP News Network/Website/Writer इनकी पुष्टि नहीं करता है। इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

Anjali Sharma
Anjali Sharmahttps://dnpindiahindi.in
अंजलि शर्मा पिछले 2 साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर रही हैं। अंजलि ने महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी से अपनी पत्रकारिता की पढ़ाई की है। फिलहाल अंजलि DNP India Hindi वेबसाइट में कंटेंट राइटर के तौर पर काम कर रही हैं।

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