Sendha Namak Vs Normal Namak: खाने में नमक का इस्तेमाल किया जाता है और यह सच है कि इंडियन फूड में स्वाद नमक के बदौलत ही आता है लेकिन आमतौर पर इस्तेमाल होने वाले आयोडीन साल्ट को कुछ लोग सेंधा नमक से तब्दील कर देते हैं। इसे अपनी डाइट में लेते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आपके लिए सही है या नहीं। इस बारे में श्री गंगाराम हॉस्पिटल की कंसलटेंट फिजिशियन डॉक्टर शिप्रा गुलाटी ने एक वीडियो को शेयर करते हुए इस बारे में लोगों को जानकारी दी। डॉक्टर ने बताया कि क्या आपके नमक का चुनाव सही है। आइए जानते हैं सेंधा नमक vs नॉर्मल नमक में क्या अंतर है।
Sendha Namak Vs Normal Namak में क्या है अंतर
वीडियो में डॉक्टर शिप्रा यह बताती हुई नजर आती हैं कि सेंधा नमक का इस्तेमाल लोग नॉर्मल साल्ट की जगह पर करते हैं। डॉक्टर कहती है कि मेरे पास कई मरीज आते हैं जो कहते हैं कि हाई ब्लड प्रेशर की वजह से हम नॉर्मल नमक की जगह सेंधा नमक का सेवन करते हैं। डॉक्टर कहती है कि दोनों में कोई ज्यादा अंतर नहीं है। सेंधा नमक vs नॉर्मल नमक की बात करें तो इसमें आयोडीन की मात्रा लगभग बराबर होती है लेकिन अगर अंतर की बात करें तो सेंधा नमक में पोटेशियम की मात्रा ज्यादा होती है। यह थायराइड की दिक्कत की वजह बन सकती है।
नॉर्मल नमक को सेंधा नमक में तब्दील करने से क्यों बचें
इसके साथ ही डॉक्टर ने यह भी कहा कि नॉर्मल आयोडीन साल्ट थायराइड से लड़ने के लिए बनाया जाता है। दरअसल रॉक साल्ट अनरिफांइड और मिनिमल प्रक्रिया स्टोर कर बनाया जाता है जबकि नॉर्मल नमक रिफाइंड और प्रोसेस होता है। वहीं सेंधा नमक में आयोडीन नेचुरली होता है यह आयोडाइज्ड नहीं होता है। डॉक्टर अंत में यही कहती हैं कि मैं सभी से यही कहूंगी कि आप नॉर्मल नमक का सेवन करें और अगर ब्लड प्रेशर के मरीजों को डॉक्टर यह कहते हैं कि आपको अपने शरीर में सोडियम की मात्रा कम करनी चाहिए तो आप नमक की क्वांटिटी को कम कर सकते हैं लेकिन नमक बदलने से जहां तक सके बचें।
आपको भी नमक को लेकर कोई भी कंफ्यूजन है और आप यह नहीं समझ पा रहे हैं कि सेंधा नमक और नॉर्मल नमक में से क्या खाएं तो आप किसी डॉक्टर को संपर्क कर सकते हैं।






