Geeta Ka Gyan: भगवान श्री कृष्ण का जन्म द्वापर युग में हुआ था। इनका जन्म प्रेम को जग का पाठ पढ़ाने के लिए हुआ था। श्री कृष्ण ने जीवन से जुड़ी कई सारी चीजों को गीता में उल्लेख किया है। गीता हिंदू धर्म शास्त्र का सबसे बड़ा और पवित्र ग्रंथ है। इस ग्रंथ में भगवान श्री कृष्ण की कही सारी बातों को उल्लेख किया गया है।
श्रीमद्भागवत गीता में धर्म और कर्म के विषय में उल्लेख किया गया है। वहीं भगवान श्री कृष्ण ज्ञान और जीवन से जुड़ी कई बातों को वर्णन किए हैं। हर व्यक्ति अपने जीवन को जीने के लिए भगवान की कही बातों को अपने जीवन में उतरता है। वहीं भगवान ने धर्म और कर्म के विषय ने भी विस्तार से उल्लेख किया है। तो आइए जानते हैं भगवान श्री कृष्ण की बातों को गीता में उल्लेख किए हैं।
भगवान ने धर्म का क्या मतलब बताया है
भगवान श्री कृष्ण धर्म करना व्यक्ति का सबसे बड़ा कर्तव्य है। वहीं व्यक्ति का शरीर नश्वर होता है। वहीं आत्म अमर होता है। इसलिए व्यक्ति को धर्म कर्म करना चाहिए। इसलिए कभी भी व्यक्ति को घमंड नहीं करना चाहिए। मान्यताओं के अनुसार कहा जाता है कि जो व्यक्ति नकारात्मक विचार अपने मन में लाता है वो कभी सुखी नहीं हो सकता है। इसलिए व्यक्ति को हमेशा सकारात्मक विचार के साथ जीवन व्यतीत करना चाहिए।
Also Read- VINAYAK CHATURTHI 2022: साल की आखिरी चतुर्थी तिथि का ये है खास महत्व, इस दिन रखा जाएगा व्रत
अपने कर्मों पर रखें विश्वास
हर व्यक्ति को हमेशा अपने कर्मों पर विश्वास करना चाहिए। गीता में भगवान श्री कृष्ण कहते हैं कि व्यक्ति को हमेशा अपने कर्म पर हमेशा विश्वास रखना चाहिए। इसलिए व्यक्ति को अच्छे कर्म करने चाहिए। कभी भी किसी भी व्यक्ति का बुरा नहीं करना चाहिए। इसका गहरा प्रभाव व्यक्ति को अपने जीवन पर झेलना पड़ता है। इसलिए व्यक्ति को अपना मन और कर्म दोनों अच्छा रखना चाहिए।
देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOK, INSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।