रविवार, मई 5, 2024
होमदेश & राज्यBengaluru Water Crisis: बेंगलुरू में पानी की कमी से मचा हाहाकार, जानें...

Bengaluru Water Crisis: बेंगलुरू में पानी की कमी से मचा हाहाकार, जानें जल संकट के क्या है कारण?

Date:

Related stories

बेंगलुरु में कई स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी से मची सनसनी, जानें मामले को लेकर क्या है CM सिद्दारमैया का पक्ष

Bengaluru School Bomb Threat: देश के दक्षिणी राज्यों में से एक कर्नाटक में आज सुबह से सनसनी मची है। दरअसल आज सुबह एक गुमनाम ईमेल के जरिए बेंगलूरू के 15 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिली।

Bengaluru Water Crisis: बेंगलुरू भारी जल संकट का सामना कर रहा है। हालात इतने खराब हो गए है कि लोगों को पिने का पानी जुटाने में भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। बता दें कि शहर के कई इलाकों में बोरवेल सूख गए है। लोगों को पानी के लिए लंबी लंबी कतारे लगानी पड़ रही है। अब सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि आखिर बेंगलुरू में इतनी पानी की किल्लत कैसे हो गई। हालात कैसे बिगड़ गए और राज्य सरकार इससे निपटने के लिए क्या कर रही है। बता दें कि स्थानीय निवासी अपने दैनिक कार्यों के लिए पानी टैंकरों पर निर्भर है। आइए समझते है कि आखिर बेंगलुरू की ऐसी स्थिति क्यों हो गई है।

Bengaluru Water Crisis का कारण

पानी हमारे जीवन के लिए वरदान से कम नही है। बिना पानी के इंसान एक मिनट भी जिंदा नही रह सकता है। वहीं Bengaluru Water Crisis के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बेंगलुरू में जल संकट के कई कारण है।

जलवायु परिवर्तन – वर्ल्ड बड़े पैमाने पर जलवायु परिवर्तन से गुजर रही है। इससे भारत भी अछूता नही है। निश्चित रूप से भारत में काफी तेजी से जलवायु परिवर्तन हो रहा है। इस परिवर्तन का प्रमुख प्रभाव असफल मानसून है। बता दें कि इस बार बेंगलुरू में तय सीमा से कम बारिश हुई है जिसके कारण कावेरी नदी का जलस्तर कम हो गया है, और बेंगलुरू के लोगों को पानी की किल्लतों का सामना करना पड़ रहा है।

आबादी की तेजी से बढ़ना – बेंगलुरू को आईटी हब कहा जाता है। जहां बड़ी मात्रा में पूरे भारत से लोग नौकरी करने के लिए आते है। आबादी बढ़ने के कारण जरूरते भी बढ़ी है। आकड़ो के मुताबिक बेंगलुरू की आबादी अभी 1 करोड़ के आस पास है। माना जा रहा है कि 2025 तक इसकी आबाद सवा करोड़ तक पहुंच सकती है।

क्या है ताजा हालात?

Bengaluru Water Crisis
फाइल फोटो प्रतिकात्मक

सैकड़ो अपार्टमेंट में पीने का पानी तक नही है। लोगों को पैसे देकर पीने का पानी खरीदना पर रहा है। बता दें कि शहर का करीब 50 फीसदी बोरवेल सूख गए है। लोगों ने आरोप लगया कि जब उन्होंने पानी के टैंकरों से पानी के दाम कम करने के लिए कहा तो उन्होंने उनके इलाके में आना ही बंद कर दिया। कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनके घर का बोरवेल भी सूख गया है।

Bengaluru Water Crisis को लेकर सरकार उठा रही है जरूरी कदम

Bengaluru Water Crisis समस्या से निपटने के लिए सरकार ने एक वॉर रूम बनाया है। जिसमे वरिष्ठ अधिकारियों को तैनात किया गया है। इसके अलावा शहर के बोरवेल को कब्जे में लिया गया है, ताकि जीतना जल्दी हो सके इसका समाधान किया जा सके।

Latest stories