शुक्रवार, मई 3, 2024
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Vande Bharat Train: कर्नाटक में वंदे भारत ट्रेनों पर पथराव की घटना, अधिकारियों के फूले हाथ-पांव, जानें पूरी खबर

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Vande Bharat Train: देश के विभिन्न हिस्सों में वंदे भारत ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। इन आधुनिक ट्रेनों की मदद से यात्री अपने कीमती वक्त की बचत कर पा रहे हैं।

Vande Bharat Train: रविवार को कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में दो Vande Bharat Train एक्सप्रेस ट्रेनों पर पथराव किया गया, अधिकारियों ने प्रीमियम रेलवे सेवा को बार-बार होने वाले नुकसान पर चिंता व्यक्त की। हालांकि इनमें से किसी भी घटना में किसी व्यक्ति की घायल होने की खबर नही है। वहीं पथराव में कम से कम चार खिड़कियां क्षतिग्रस्त हो गई। बता दें कि एक खिड़की के शीशे बदलने/मरम्मत में करीब 22000 रूपये खर्च होता है।

Vande Bharat Train पर हुआ पथराव

Vande Bharat Train
Vande Bharat Train

बता दें कि क्षतिग्रस्त ट्रेन – केएसआर बेंगलुरु-धारवाड़-केएसआर बेंगलुरु Vande Bharat Train (20661/20662) पर पथराव हुआ। इस ट्रेन पर 2 बार पथराव किया गया। पथराव की पहली घटना सुबह करीब 6.15 बजे हुई जब केएसआर बेंगलुरु-धारवाड़ ट्रेन (20661) चिक्काबारा रेलव स्टेशन से आगे गुजरी। रेल सुरक्षा बलों के अधिकारी ने कहा कि दोपहर करीब साढे तीन बजे के बीच हावेरी और हरिहर स्टेशनों के बीच वापसी के दौरान ट्रेन पर फिर से हमला किया गया।

वहीं दूसरी वंदे भारत ट्रेन की बात करे तो बेंगलुरू से होकर गुजरने वाली मैसूर -चेन्नई सेंट्रल वंदे भारत ट्रेन (20608) पर शाम करीब 4.30 बजे आंध्र प्रदेश के कुप्पम से पहले पथराव किया गया। गौरतलब है कि इनमें से दो हमले बेंगलुरु रेलवे डिवीजन (चिक्कबनावारा और कुप्पम) में हुए। तीसरा हमला मैसूरु डिवीजन में हुआ।

दोषियों पर होगी कार्रवाई

एक अधिकारी के अनुसार ज्यादातर मामलों में यह बेसहारा बच्चों, शराबियों और नशेड़ियों की करतूत होती है। वहीं कुछ लोग अपना शौक पूरा करने के लिए भी यह करते है। इसके अलावा आरपीएफ ट्रेनों के अंदर और बाहर दोनों जगह के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। अधिकारियों ने आगे बताया कि अभी किसी भी निष्कर्ष पर आना मुश्किल है।

गौरतलब है कि रेलवे अधिनियम की धारा 153 के तहत ट्रेनों पर पथराव करना अपराध की श्रेणी में आता है। जिसमें 5 साल की सजा हो सकती है। एक अधिकारी ने कहा कि ट्रेनों पर पथराव रोकने के लिए आरपीएफ कर्मी बेंगलुरु डिवीजन में संवेदनशील जगहों और खंडों पर गश्त कर रहे हैं, ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

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