गुरूवार, मई 16, 2024
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Identity Theft Fraud Alert: खबरदार! पहचान की चोरी से हो सकता है बड़ा नुकसान, जानें पर्सनल डेटा का कैसे करें बचाव

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Identity Theft Fraud Alert: देश में लगातार साइबर अपराध (Cyber ​​Crime) में इजाफा हो रहा है। ऐसे में एक साइबर ठगी है पहचान की चोरी, जी हां, ये एक प्रकार की ऑनलाइन धोखाधड़ी है। इस तरह की ठगी में यूजर्स का ऑनलाइन डेटा चुरा लिया जाता है। इसमें यूजर का नाम, फोन नंबर, बैकिंग जानकारी, पासवर्ड, क्रेडिट कार्ड नंबर हेल्थ आईडी, आधार कार्ड, पैन कार्ड और सोशल मीडिया अकाउंट्स की डिटेल्स शामिल है। इन सभी जानकारियों का इस्तेमाल धोखाधड़ी और अन्य अपराधों को लिए किया जाता है।

Identity Theft Fraud Alert: जालसाज करते हैं ये काम

धोखाधड़ी करने के लिए जालसाज कई तरीकों से लोगों की पहचान की चोरी करते हैं। इसमें फिशिंग, विशिंग, स्मिशिंग और स्पूशिंग जैसे तरीके शामिल है। जालसाज अपने काम को अंजान देने के लिए फर्जी वेबसाइट्, लिंक, ईमेल, मैसेज और फोन कॉल का भी इस्तेमाल करते हैं।

इन तरीकों से वह लोगों से जानकारियां लेने की पूरी कोशिश करते हैं। ठग यूजर्स को अपनी बातों में उलझाकर उनसे संवेदनशील जानकारियां लेते हैं। साथ ही कई बार ठग एटीएम और पीओएस मशीन में डेटा चोरी करने के लिए एक चिप या फिर किसी सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते हैं। इसके बाद जालसाजों के पास आपकी पर्सनल जानकारी एकत्रित करते हैं।

ऑनलाइन कैसे सुरक्षित रखें पहचान

  • जालसाजों से अपनी पहचान सुरक्षित रखने के लिए आपको अपने स्मार्टफोन और डिवाइस को सेफ रखना होगा। इसके लिए आप एंटीवायरस, सेफगार्ड और सेफ ब्राउजिंग वाले टूल की मदद ले सकते हैं। इसके साथ आप टू-फैक्टर ऑथेन्टिकेशन का भी उपयोग कर सकते हैं।
  • किसी के साथ भी अपनी पर्सनल जानकारी जैसे- बैकिंग डिटेल, मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी को ईमेल और मैसेज के जरिए साझा न करें।
  • किसी भी वेबसाइट का इस्तेमाल करने से पहले ये जांच कर लें कि वह असली है या नहीं। इसके लिए देखें कि वेबसाइट https से शुरू हो रही है या नहीं, अगर https से शुरू नहीं हो रही है तो वो नकली वेबसाइट हो सकती है। अगर वेबसाइट के URL में ‘S’ नहीं है तो वहां से जल्दी से जल्दी निकल जाए। वेबसाइट के URL में ‘S’ का मतलब सेफ होता है।
  • हमेशा इंटरनेट इस्तेमाल के लिए एक सेफ वाई-फाई का उपयोग करें। पब्लिक या फ्री वाई-फाई के दौरान कभी भी बैकिंग लेनदेन न करें। साथ ही जरूरी लॉगइन करने से भी बचें। पब्लिक वाई-फाई अक्सर सुरक्षित नहीं होते हैं। ऐसे में आपकी पर्सनल डिटेल ऑनलाइन चोरी हो सकती है।

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Amit Mahajan
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अमित महाजन DNP India Hindi में कंटेंट राइटर की पोस्ट पर काम कर रहे हैं.अमित ने सिंघानिया विश्वविद्यालय से जर्नलिज्म में डिप्लोमा किया है. DNP India Hindi में वह राजनीति, बिजनेस, ऑटो और टेक बीट पर काफी समय से लिख रहे हैं. वह 3 सालों से कंटेंट की फील्ड में काम कर रहे हैं.

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