शुक्रवार, मई 17, 2024
होमदेश & राज्यपंजाबPunjab में विदेश प्रवास को लेकर खूब बढ़ा कर्ज, रिसर्च के ये...

Punjab में विदेश प्रवास को लेकर खूब बढ़ा कर्ज, रिसर्च के ये आंकड़े कर देंगे हैरान

Date:

Related stories

Punjab News: मान सरकार के खास पहल से किसानों तक पहुंच रहा नहर का पानी, जानें कैसे आसान हुई सिंचाई

Punjab News: उत्तर भारत के प्रमुख कृषि प्रधान राज्यों में से एक पंजाब में किसानों की खेतों तक अब नहर का पानी आसानी से पहुंच रहा है।

Punjab News: मान सरकार ने केन्द्र को लिखा पत्र, रबी फसलों के MSP बढ़ाने की हुई मांग; जानें कैसे किसानों को मिलेगा फायदा

Punjab News: पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में सरकार चला रही आम आदमी पार्टी लगातार किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए फैसले लेती है।

Punjab News: मान सरकार की बड़ी सफलता! नए शैक्षणिक सत्र की शुरूआत के साथ ही 90 फीसदी छात्रों को मिली किताबें; जानें डिटेल

Punjab News: पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार ने एक और बड़ी सफलता हासिल कर ली है। दरअसल पंजाब में नए शैक्षणिक सत्र की शुरूआत के सात ही राज्य के कुल 23 जिलों में 90 फीसदी से ज्यादा छात्रों को किताबें वितरीत कर दी गई हैं।

Punjab News: पंजाब को सामान्यतः कृषि प्रधान राज्य का दर्जा दिया जाता है और दावा किया जाता है कि राज्य की ज्यादातर आबादी आज भी अपनी आय के लिए कृषि पर ही निर्भर है। हालाकि बदलते समय के साथ ट्रेंड में थोड़ा बदलाव देखने को भी मिला है और Punjab के लोग अब विदेशों की ओर तेजी से प्रवास कर रहे हैं। पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (PAU) द्वारा किए गए एक ताजा रिसर्च से जुड़े आंकड़े आपको हैरान कर सकते हैं। इस रिसर्च के तहत विगत 30 सालों में पंजाब के 56% परिवारों ने अपने बच्चों को विदेश भेजने के लिए पैसे उधार लिए हैं। वर्तमान की बात करें तो Punjab के हर परिवार पर विदेश प्रवास के नाम पर अभी 3.13 लाख रुपए का कर्ज है। वहीं ज्यादातर परिवार ऐसे भी हैं जिन्होंने विदेशों में सेटल होने के लिए अपने संपत्ति तक बेच दिए हैं। इसके तहत रिसर्च रिपोर्ट में लगभग 5600 करोड़ रुपये की संपत्ति बेचे जाने का जिक्र है जिसमे सोना, खेत, ट्रैक्टर व अन्य संपत्ति शामिल हैं।

विदेशों की ओर प्रवास कर रहे Punjab के नागरिक

पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (PAU) ने अपने रिसर्च के तहत राज्य के 22 जिलों के 44 गांवों में करीब 9492 घरों में से कुल 640 प्रवासियों और 660 गैर-प्रवासी परिवारों का साक्षात्कार किया है। इसके बाद पेश किए गए आंकड़े के तहत लोग तेजी से पंजाब को छोड़कर विदेशों की ओर प्रवास कर रहे हैं। इसमें 42 फीसदी लोगों का पसंदीदा देश कनाडा है तो वहीं 16 फीसदी लोग दुबई, 10 फीसदी लोग ऑस्ट्रेलिया, 6 फीसदी लोग इटली और 3 फीसदी लोग यूरोप-इंग्लैंड की ओर पहुंचे हैं। ये आंकड़ें 1990 से 2022 के बीच हुए पलायन की बात करते हैं।

PAU द्वारा पेश किए गए आंकड़े के तहत 74 फीसदी पलायन तो वर्ष 2016 के बाद हुआ है। पंजाब के अलग-अलग शहरों में प्रवास की बात करें तो अमृतसर, गुरदासपुर, शहीद भगत सिंह नगर और फिरोजपुर जैसे जिलों में प्रवास की सीमा 30 प्रतिशत तक है।

क्यों हो रहा पलायन?

पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (PAU) द्वारा किए गए रिसर्च के तहत पंजाब से हो रहे पलायन के कारणों का जिक्र भी किया गया है। इस अध्ययन के अनुसार में लगभग तीन चौथाई प्रवासी परिवारों ने प्रवासन के मूल कारण में रोजगार के अवसरों की कमी और कम आय जैसे मुद्दों को गिनाया है। वहीं सिस्टम की खराबी व स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की दिक्कतों के कारण भी पलायन होने का जिक्र है।

PAU के इस अध्ययन के अनुसार 1990-2022 के बीच 19.38 प्रतिशत प्रवासी ऐसे थे जिन्होंने विदेश प्रवास के लिए अपनी करीब 5639 करोड़ रुपये की संपत्ति बेच दी जिसमे भूमि, प्लॉट, घर, सोना, कार और ट्रैक्टर जैसे संपत्ति शामिल हैं। विदेश प्रवास के लिए ही राज्य स्तर से भी लोगों ने 14342 करोड़ रुपये उधार लिए।

रिसर्च रिपोर्ट के निष्कर्ष में कहा गया है कि सरकारी हस्तक्षेप के साथ कृषि क्षेत्र को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है और साथ ही सरकार को कौशल विकास, उद्योग और व्यावसायिक प्रशिक्षण पर जोर देने की आवश्यकता भी है जिससे पलायन को रोका जा सके।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Gaurav Dixit
Gaurav Dixithttp://www.dnpindiahindi.in
गौरव दीक्षित पत्रकारिता जगत के उभरते हुए चेहरा हैं। उन्होनें चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से अपनी पत्रकारिता की डिग्री प्राप्त की है। गौरव राजनीति, ऑटो और टेक संबंघी विषयों पर लिखने में रुची रखते हैं। गौरव पिछले दो वर्षों के दौरान कई प्रतिष्ठीत संस्थानों में कार्य कर चुके हैं और वर्तमान में DNP के साथ कार्यरत हैं।

Latest stories